Madhya pradesh : कॉलेज में होली के पार्टी की नहीं मिली परमीशन तो छात्रों ने कई प्रोफेसर्स को बनाया बंधक, जानिए कैसे बची जान?
Updated: 25 February 2025Author: Nation One NewsViews: 97

Madhya pradesh : होली के त्योहार का सभी को इंतजार रहता है। हर कोई होली के रंगों में रंग जाना चाहता है। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में होली को लेकर अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इंदौर के एक प्रतिष्ठित डिग्री कॉलेज में होली के कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिलने पर छात्र भड़क गए। छात्र नेताओं ने इस संस्थान के हॉल का दरवाजा बंद करके प्राध्यापकों (प्रोफेसर्स) को बंधक बना लिया। जिले के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
Madhya pradesh: हॉल का दरवाजा बंद कर बनाया बंधक
अधिकारियों ने कहा कि मामले के तूल पकड़ने पर जिला प्रशासन ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। अधिकारियों ने कहा यह घटना शहर के शासकीय होलकर विज्ञान महाविद्यालय में सोमवार को हुई, जब होली के कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिलने पर नाराज छात्र नेताओं ने संस्थान के एक हॉल का दरवाजा बंद किया और इसकी बिजली आपूर्ति भी काट दी। Madhya pradesh: खिड़की से कूद कर आया कर्मचारी, तब बची जान
उन्होंने कहा कि छात्र नेताओं के हंगामे और नारेबाजी के बीच महाविद्यालय के कई प्रोफेसर करीब आधे घंटे तक हॉल में बंद रहे। अधिकारियों के मुताबिक बाद में एक कर्मचारी ने जैसे-तैसे खिड़की के रास्ते बाहर निकल कर दरवाजा खोला, जिससे प्राध्यापक हॉल से बाहर आ सके। Madhya pradesh : DM ने छात्रों के खिलाफ बैठाई जांच
इंदौर के जिलाधिकारी आशीष सिंह ने इस घटना को बेहद गंभीर करार देते हुए कहा कि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनामिका जैन की शिकायत पर एक अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) को इसकी जांच का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘एडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे।’ Madhya pradesh : होली पार्टी में लाइव डीजे और रैन डांस का था इंतजाम
बता दें कि होलकर विज्ञान महाविद्यालय इंदौर के तत्कालीन होलकर शासकों द्वारा 133 साल पहले स्थापित किया गया था। इस महाविद्यालय में 'होलकर का होली फेस्ट' नामक कार्यक्रम सात मार्च को आयोजित किया गया था। इसमें 'लाइव डीजे' और 'रैन डांस' का भी इंतजाम था। इस कार्यक्रम को सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली एक कोचिंग क्लास ने प्रायोजित किया था। कार्यक्रम के लिए प्रति व्यक्ति 150 रुपये का शुल्क तय किया गया था। रिपोर्ट - आस्था पूरी