लखनऊ: अपनी बीमारी से निजात पाने के लिए मरीज अस्पताल को दरवाजा खटखटाता है। और उसे यही उम्मीद लगी रहती है कि वह कब अपनी इस बीमारी से छुटकारा पाए। लेकिन अगर कोई इंसान अस्पताल मेें आने के बाद अपनी बिमारी से निजात पाने के लिए डॉक्टर का नही बल्कि आत्महत्या का सहारा ले तो फिर ऐसे में क्या कहा जाए।
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ताजा मामला लखनऊ के पीजीआई अस्पताल का है। जहां एक मरीज ने पेट में अल्सर की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आत्महत्या का सहारा लिया। वही सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बता दें कि पीलीभीत का रहने वाला नितिन (33 वर्ष) लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 19 दिसंबर को पीजीआई में भर्ती हुआ था और उसका इलाज चल रहा था।
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नितिन की पत्नी कुसुमलता ने बताया कि सुबह करीब तीन बजे वह बाथरूम जाने के लिए निकला था। जब काफी समय तक वापस नहीं आया तो पत्नी ने खोजबीन शुरू की।नितिन का शव लिवर ट्रांसप्लांट विभाग की छठी मंजिल की सीढ़ियों से लगी रेलिंग पर मफलर के सहारे लटकता पाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जा रहा है कि नितिन अपनी बीमारी को लेकर काफी परेशान था। जिसके कारण उसने ये खौफनाक कदम उठा लिया।