जानें कैसे हादसे को न्योता दे रहा करोड़ों का पुल
उत्तराखंड में जीरो टॉलरेंस की सरकार है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत हर मंच से अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने और जनता के टैक्स के पैसों का निर्माण कार्यो में ईमानदारी से इस्तेमाल करने की नसीहत देते रहे हैं। लेकिन शायद मुख्यमंत्री के ही अधीन लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के गले मुख्यमंत्री साहब के जीरो टॉलरेंस वाली बात कम उतरती है। हम बात कर रहे हैं चमोली जनपद के थराली विकासखण्ड की जहां लोक निर्माण विभाग द्वारा करोड़ो की लागत से बना पुल जीरो टॉलरेंस के दावों पर पलीता लगाता नजर आता है। इस पुल की वर्तमान हालात देखकर तो यही लगता है कि करोड़ो की लागत से बने इस पुल पर कौड़ियों का भी काम नही हुआ।
धारबारम-गैरबारम मोटरमार्ग पर बने इस करोड़ो के पुल पर बीच मे बना बड़ा गड़ढा हादसों को दावत दे रहा है। इसके साथ ही पुल की एप्रोच साइड पर बने पैराफिटो और सड़क के बीच बड़ी दरारें आ गयी, जिससे ग्रामीणों को चिंता सताने लगी है कि करोड़ो का बना ये पुल आने वाली बरसात भी सह पायेगा या नही। हालांकि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने संबंधित कंपनी पर अनियमितता बरतने को लेकर कार्यवाही की बात भी कही है। स्थानीय लोगों ने कहा कि करोड़ो के बने इस पुल की वर्तमान हालात बदतर है। पुल एक बरसात भी झेल ले तो गनीमत है।
वहीं लोक निर्माण विभाग थराली के कनिष्ठ अभियंता संदीप खाली ने कहा कि पुल के निर्माण कार्य मे बरती गई अनियमितता को लेकर ठेकेदार को विभाग ने नोटिस भेजा हुआ है उन्होंने कहा कि अनियमितता बरतने को लेकर ठेकेदार से अर्थदंड वसूलकर कार्यवाही भी की जाएगी