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जानिए – इस वजह से उत्तराखंड में नही चल पाई केदारनाथ फिल्म…
(सौलत जबी)
जिस उत्तराखंड में फिल्म केदारनाथ की शूटिंग हुई उसी उत्तराखंड में केदारनाथ नही चल पाई। उत्तराखंड के लोगो का मानना है,कि इस फिल्म ने उत्तरखंड के लोगो की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है 2013 में आई केदारनाथ आपदा ने जहां उत्तराखंड के निवासियों को झिंझोड़ कर रख दिया और ना जाने कितने लोग बेघर हुए। उसी केदारनाथ की आपदा को दर्शाकर बनाई गई फिल्म ने उ़त्तराखंड के लोगो के ज़ख्म हरे कर दिए है जो ज़ख्म अभी भरे भी नही थे केदारनाथ फिल्म उन जख्मों की यादे फिर से ताजा हो गई है, और यही विवाद की वजह बनी। जिसको लेकर खासा विरोध देखने को मिला।
फिल्म की कहानी को लेकर स्थानीय लोगों में हुआ विवाद…
आपको बता दें कि शूटिंग के दौरान ही फिल्म की कहानी को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा हो गया था। टीजर जारी होने के बाद तो विरोध और भी ज्यादा बढ़ गया था। देहरादून के सिल्वर सिटी में भी इस फिल्म को लेकर हंगामा किया गया। केदारनाथ में साल 2013 में आई आपदा पर बनी केदारनाथ फिल्म शूटिंग के समय से ही विवादों में रही। उत्तराखंड के तीर्थ पुरोहित समेत विभिन्न संगठनों ने फिल्म में आपत्तिजनक दृश्यों को लेकर कड़ा विरोध जताया।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी फिल्म पर जताई नराज़गी…
राज्य भर में इस फिल्म पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और लव जेहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि फिल्म के केदारनाथ नाम पर आपत्ति है। उन्होंने कहा कि फिल्म का नाम कुछ और भी रखा जा सकता था। केदरानाथ से हम सबकी और मोदी जी की भवनाए जुड़ी है।
आखिर में फिल्म पर प्रतिबंध का हुआ अंतिम फैसला…
फिल्म पर विवाद को देखते हुए सरकार ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में कमेटी गठित की। समिति ने अपना सुझाव मुख्यमंत्री को भेज तय किया कि कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा होनी चाहिए। जिसमें जिला मैजिस्ट्रेटों से शांति बनाए रखने के सुझाव दिए गए। इसके बाद तय हुआ कि जिलाधिकारी अपने जिले के हालात देखकर फिल्म चलवा सकते है। लेकिन कई जिलों में फिल्म को चलाना ठीक नही समझा और आखिर में ये फिल्म उत्तराखंड के किसी भी जिले में नही चल पाई।
इन सभी बातों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म केदारनाथ को जिस उत्तराखंड की आपदा पर बनाया गया वहीं फिल्म उत्तराखंड वासियों के लिए दुख की वजह बनी,और ये फिल्म उत्तराखंड वासियों का दिल नही जीत पाई।