जाने किस आरोप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को किया गया निलंबित

शिक्षकों की नियुक्ति में भारी अनियमितता के आरोप में आजमगढ़ के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को कल देर रात निलंबित कर दिया। कमिश्नर ने बीएसए पर लगे आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था और जांच में वह आरोप सही पाए गए।

इस रिपोर्ट को मंडलायुक्त ने शासन को भेज दिया था जिसके बाद बीएसए को निलंबित करने के साथ-साथ एफआईआर दर्ज करने का भी निर्देश दिया गया। बीएसए के साथ पटल के सहायक, कई खण्ड शिक्षा अधिकारी समेत विद्यालय के प्रधानाध्यापकों, अध्यापकों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिए गये। वहीं बीएसए निलम्बन की अवधि में बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ से सम्बद्ध किया गया।

बता दें कि आजमगढ़ के मण्डलायुक्त को शिकायत मिली थी कि जिले के कई अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों की नियमविरुद्ध तरीके से नियुक्ति की गयी है। उन नियुक्तियों में बिना विज्ञापन व अभिलेखों में परीक्षण किये बिना ही बीएसए देवेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा अनुमोदित किया गया। इस शिकायत पर मण्डलायुक्त ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया। जांच द्वारा दोषी पाये जाने पर विगत 31 जनवरी को पूरे प्रकरण को शासन से अवगत कराया।

मण्डलायुक्त ने बताया कि नियम विरुद्ध तरीके से किये गये चयन में बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय के साथ-साथ पटल सहायक संजीव कुमार श्रीवास्तव भी उत्तरदायी हैं। इस प्रकरण में 11 खण्ड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाये जाने पर कार्रवाई की जाएगी। मण्डलायुक्त ने बीएसए देवेन्द्र कुमार पाण्डेय को निलम्बित कर उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के साथ सभी 85 नियुक्तियों को निरस्त कर सतर्कता जॉंच करायी जाएगी। वहीं बीएसए को बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया।

 

आजमगढ़, उत्तरप्रदेश से राकेश वर्मा की रिपोर्ट