हरिद्वार में पुलिस के गोताखोरों ने गंगनहर में कूदी महिला की तलाश में घंटों मशक्कत की, पर उसका कुछ पता नहीं चल पाया, लेकिन पहचान पत्र के आधार पर पुलिस जब महिला के घर पहुंची तो उसे सामने बैठा देख पुलिसकर्मियों का सिर चकरा गया। महिला ने बताया कि हाथ पैर मारते हुए हैं बैराज के फाटक तक जा पहुंची और वहां एक तार में अटक गई, जिससे जान बच गई।
सिडकुल की एक कंपनी में काम करते हैं पति-पत्नी
मेरठ के परीक्षितगढ़ निवासी प्रदीप कुमार और उसकी पत्नी रीना सिडकुल की एक कंपनी में काम करते हैं। बुधवार की रात पति से नाराज होकर रीना ने बहादराबाद में लोहे के पुल के पास गंगनहर में छलांग लगा दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला का आधार कार्ड मिला। महिला की तलाश के लिए पुलिस के गोताखोरों को बुलाया गया और गंगनहर खंगाली गई। सूचना देने के लिए पुलिस जब रीना के घर पहुंची तो सामने उसे ही बैठा पाया।
जानकारी लेने पर रीना ने बताया कि नहर में छलांग लगाने के बाद जब डूबने लगी तो बचने का प्रयास किया और हाथ मारने लगी। डूबते निकलते इसी तरह काफी दूर आगे बैराज पर जा पहुंची, जहां एक लोहे का तार बंधा हुआ था। रीना ने उसे पकड़ लिया और उसकी मदद से बाहर आ गई। इसके बाद वह चुपचाप अपने घर चली आई। एसओ बहादराबाद मनोहर भंडारी ने बताया कि महिला खुद ही नहर से बचकर बाहर निकल आई थी।