सनकी शिक्षक : देर से आने पर छात्राओं के देता है गाली, बनाता है मुर्गा | Nation One

खंडवा : मध्यप्रदेश सरकार एक तरफ महिलाओं खासकर लड़कियों को लेकर सवेंदनशील होने का दावा करती हैं। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसी भी आयोजन के पहले कन्या पूजन कर उसकी शुरुआत करते हैं लेकिन उनके ही प्रदेश के शिक्षक मामा की भांजियों को स्कुल में देर से आने पर अभद्र गालियां देते हैं उन्हें सजा के तौर पर मुर्गा बना कर परीक्षा में फैल करने की धमकी तक दे देते हैं।

दरअसल पूरा मामला खंडवा के परदेशीपुरा उर्दू स्कुल का हैं। यहाँ के प्रभारी प्रचार्य ने छात्राओं को देर से आने पर न सिर्फ सजा दी बल्कि उन्हें अशोभनीय शब्द भी कहे। जिसकी शिकायत लेकर छात्राएं अपने परिजनों के साथ थाने और जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची।

यह है खंडवा का परदेशीपुरा उर्दू हाई स्कुल। यहाँ की छात्राओं ने अपनी पढाई के दम पर प्रदेश भर में लोहा मनवाया लेकिन अब यहां की छात्राओं को देर से आने पर अपशब्द सुनने को मिलते हैं।  उन्हें सज़ा के तौर पर मुर्गा बनाया कर उन्हें प्रतारणा दी जाती हैं इतना ही नहीं उन्हें परीक्षा में फैल करने की धमकी तक दी जाती हैं।

जबकि प्रदेश के मुख्या शिवराज सिंह खुद को इन कन्याओं का मामा कलवाते हैं, शासकीय आयोजनों में कन्या पूजन से शुरुआत करने की बात करते हैं। सुनिए शिवराज जी आप की भांजी के साथ एक सनकी शिक्षक क्या व्यवहार कर रहा हैं।

यह मामला एक दो छात्राओं का ही नहीं बल्कि इस सनकी शिक्षक से इस स्कुल में पढ़ाने वाली अन्य टीचर्स भी परेशान हैं। जिसकी शिकायत यहाँ की शिक्षिकाओं ने पहले भी जिला शिक्षा अधिकारी से की थी। परिजन इस मामले में बात करने स्कुल पहुंचे तो उनके साथ भी प्रभारी प्रचार्य मकसूद खान ने अभद्रता से बात की। 

मामला बढ़ने लगा तो परिजनों ने 100 को फोन कर बुला लिया।  मामला थाने भी पंहुचा लेकिन मोघट थाना पुलिस ने छात्राओं और परिजनों को यह कहकर चलता कर दिया की मामला जिला शिक्षा अधिकारी के लेबल का है आप वहां शिकायत कीजिए। जिसके बाद शिक्षक और छात्राए दोनों ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे और एक शिकायती पत्र सौपा।

इधर आरोपी शिक्षक मकसूद खान ने इस पुरे मामले पर सफाई देते हुए कहा की वह सिर्फ सरकार के आदेश का पालन करावा रहे थे। उनका कहना है कि सरकार ने आदेश पारित कर स्कूलों का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे कर दिया है लेकिन छात्राए और परिजन इस समय का विरोध करने के लिए उन पर झूठा आरोप लगा रहे हैं।

अब देखने वाली बात होंगी की क्या शिक्षा विभाग इस पुरे मामले में क्या कार्यवाही करता हैं। क्या शिवराज मामा की भांजियों को अच्छी शिक्षा मिलेगी या फिर उन्हें इसी तरह अपमानित होना पड़ेगा।

खंडवा से विजय तीर्थानि की रिपोर्ट