फ़िल्मकार हरीश शाह का कैंसर से निधन, राजेश खन्ना की फिल्म ‘मेरे जीवनसाथी’ किया था प्रोड्यूस | Nation One
बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता हरीश शाह का निधन हो गया है। वह लंबे समय से गले के कैंसर से लड़ रहे थे। हरीश शाह ने राजेश खन्ना और तनुजा की ‘मेरे जीवनसाथी’ जैसी शानदार फिल्म बॉलीवुड को दी है। बता दें की उन्होने 76 वर्ष की उम्र में ही दुनिया को अल्विदा कह दिया।
हरीश शाह के निधन की जानकारी उनके भाई विनोद शाह ने दी। उन्होने बताया की हरीश शाह ने सुबह करीब 6 बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली। हरीश शाह का अंतिम संस्कार पवन हंस श्मशान घाट में किया गया। वहीं कोरोना वायरस महामारी के चलते हरीश शाह के अंतिम संस्कार में केवल परिवार के सदस्य ही शामिल हुए।
हरीश शाह का फ़िल्मी करियर
शाह ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत राजेश खन्ना और तनुजा की 1972 में आयी फ़िल्म ‘मेरे जीवनसाथी’ से की थी। वहीं उन्होंने फिरोज़ ख़ान और परवीन बाबी की 1975 मे एक फिल्म ‘काला सोना’ का भी निर्माण किया था। 1985 में उन्होने राम तेरे कितने नाम बनायी, जिसमें संजीव कुमार और रेखा मुख्य किरदारों में थे।
तो वही अस्सी के दशक में उन्होंने निर्देशन में अपना हाथ आज़माया। ऋषि कपूर और नीता कपूर की फ़िल्म धन दौलत से उन्होंने अपने निर्देशकीय पारी की शुरुआत की थी। इसके बाद धर्मेंद्र और शत्रुध्न सिन्हा को लेकर 1988 में उन्होने ‘ज़लज़ला’ डायरेक्ट की। वही 1995 में हरीश शाह ने रेखा और मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ‘अब इंसाफ़ होगा’ डायरेक्ट की थी। 2003 में आयी सनी देओल और तब्बू स्टारर जाल- द ट्रैप आख़िरी फ़िल्म थी, जिसके निर्माण में हरीश शाह भी शामिल थे।
नेशन वन से दीक्षा नेगी की रिपोर्ट