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Dehradun को जल्द मिलेगी पार्किंग समस्या से निजात, जल्द शुरू होगी ऑटोमेटेड पार्किंग!
Dehradun : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, जो अपनी बढ़ती आबादी, पर्यटक प्रवाह और सीमित शहरी स्थान के कारण लगातार यातायात और पार्किंग की समस्या से जूझ रही है, को जल्द ही इस जटिल चुनौती से बड़ी राहत मिलने वाली है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में अत्याधुनिक ऑटोमेटेड मल्टी-लेवल पार्किंग सुविधाओं को शुरू करने का कार्य अपने अंतिम चरणों में है, जिससे वाहनों को खड़ा करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। यह परियोजना देहरादून को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित शहरी केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

Dehradun : पार्किंग समस्या का आधुनिक समाधान

देहरादून में वाहनों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि और शहरीकरण के कारण पार्किंग एक गंभीर चुनौती बन गई है। पलटन बाजार, घंटाघर, राजपुर रोड जैसे प्रमुख व्यावसायिक और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग स्थल खोजना अक्सर एक बड़ी समस्या बन जाता है, जिससे यातायात जाम और वायु प्रदूषण में भी वृद्धि होती है। इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (DSCL) ने ऑटोमेटेड पार्किंग सिस्टम की अवधारणा को अपनाया है। ऑटोमेटेड पार्किंग सिस्टम, जिसे अक्सर रोबोटिक या पहेली पार्किंग भी कहा जाता है, एक यांत्रिक प्रणाली है जो वाहनों को न्यूनतम मानव हस्तक्षेप के साथ खड़ी और पुनः प्राप्त करती है। इसमें ड्राइवर केवल एक प्रवेश द्वार पर वाहन छोड़ देता है, और फिर रोबोटिक या यांत्रिक लिफ्ट और प्लेटफ़ॉर्म वाहन को स्वचालित रूप से एक खाली स्थान पर ले जाते हैं। यह प्रणाली पारंपरिक पार्किंग स्थलों की तुलना में बहुत कम जगह में अधिक वाहनों को समायोजित कर सकती है। Dehradun

Dehradun : परियोजना की स्थिति और प्रमुख स्थल

ताजा अपडेट्स के अनुसार, देहरादून में कई प्रमुख स्थानों पर इन ऑटोमेटेड पार्किंग सुविधाओं का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। शहर के उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है जहां पार्किंग की मांग सबसे अधिक है और खुली जगह का अभाव है। शुरुआती चरण में, घंटाघर क्षेत्र, रेलवे स्टेशन के पास, और कुछ प्रमुख बाजारों के निकट इन सुविधाओं को स्थापित किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, कुछ स्थानों पर सिविल कार्य लगभग पूरा हो चुका है और यांत्रिक प्रणालियों की स्थापना तथा परीक्षण जारी है। उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों के भीतर शहरवासियों के लिए ये अत्याधुनिक पार्किंग स्थल उपलब्ध हो जाएंगे। प्रत्येक ऑटोमेटेड पार्किंग सुविधा में सैकड़ों वाहनों को समायोजित करने की क्षमता होगी, जो कि उसी क्षेत्रफल में एक पारंपरिक पार्किंग में संभव नहीं है। उदाहरण के लिए, एक छोटी सी जगह में जहां आमतौर पर 10-15 वाहन खड़े हो सकते हैं, ऑटोमेटेड सिस्टम उसी स्थान पर 50 से अधिक वाहनों को पार्क कर सकता है।

Dehradun : ऑटोमेटेड पार्किंग के लाभ

इस अत्याधुनिक प्रणाली से देहरादून को कई महत्वपूर्ण लाभ होंगे: * स्थान का अधिकतम उपयोग: यह प्रणाली सीमित शहरी स्थान में अधिकतम वाहनों को पार्क करने की अनुमति देती है, जो देहरादून जैसे शहरों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। * यातायात संकुलन में कमी: वाहन चालकों को पार्किंग के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, जिससे सड़कों पर अनावश्यक आवाजाही कम होगी और यातायात प्रवाह सुधरेगा। * पर्यावरण हितैषी: वाहनों के कम घूमने से ईंधन की खपत घटेगी और वायु प्रदूषण भी कम होगा। * बेहतर सुरक्षा: वाहन चोरी या क्षति का जोखिम कम होता है क्योंकि वाहन स्वचालित रूप से पार्क किए जाते हैं और मानवीय हस्तक्षेप न्यूनतम होता है। * सुविधा और गति: वाहनों को पार्क करना और पुनः प्राप्त करना अपेक्षाकृत तेज़ और अधिक सुविधाजनक होगा। * आधुनिक शहरी छवि: यह देहरादून को एक 'स्मार्ट सिटी' के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा, जो आधुनिक शहरी नियोजन और तकनीक को अपना रहा है। Dehradun

Dehradun : अधिकारियों और जनता की प्रतिक्रिया

देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने बताया, "हम देहरादून को एक टिकाऊ और भविष्योन्मुखी शहर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऑटोमेटेड पार्किंग परियोजना इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल पार्किंग की समस्या को हल करेगा बल्कि शहर की गतिशीलता और वायु गुणवत्ता में भी सुधार करेगा।" शहर के निवासियों और व्यापारियों ने भी इस पहल का स्वागत किया है। घंटाघर के एक दुकानदार राजेश शर्मा ने कहा, "हमारी दुकान के सामने अक्सर पार्किंग की समस्या के कारण ग्राहक आने से कतराते थे। इस नई सुविधा से उम्मीद है कि लोग अब आसानी से आ-जा सकेंगे, जिससे हमारे व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा।" ऑटोमेटेड पार्किंग सुविधा का सफल कार्यान्वयन देहरादून के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा। यह शहरी बुनियादी ढांचे के विकास और नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उम्मीद है कि शुरुआती सफलता के बाद, शहर के अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी ऐसी और सुविधाएं स्थापित की जाएंगी, जिससे देहरादून truly Smart City की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाएगा। शहरवासी अब इन आधुनिक सुविधाओं के उद्घाटन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि उन्हें रोजमर्रा की पार्किंग चुनौती से स्थायी मुक्ति मिल सके। Also Read : Dehradun : रिस्पना और बिंदाल नदी पर बनेगी फोरलेन सड़क, SIA सर्वे कराएगा PWD | Nation One

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