Agnipath Scheme: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को सेना के तीनों प्रमुखों की मौजूदगी में दिल्ली में अग्निपथ योजना का ऐलान किया था। दरअसल सरकार की ये योजना छात्रों को पसंद नहीं आ रही है।
यह प्रदर्शन उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में भी हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अग्निपथ योजना को ऐतिहासिक फैसला बताया है।
वहीं अग्निपथ योजना के प्रेस वार्ता में सीएम धामी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।

साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा अगले 18 माह में दस लाख नौकरियां देने के निर्णय ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने का कार्य किया है।
इस महाअभियान की शुरुआत ‘अग्निपथ’ योजना को प्रारम्भ कर की गयी है। जिसके तहत सेना में ‘अग्निवीरों’ को नियुक्त किया जाएगा।इस से ना केवल देश के युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार मिलेगा बल्कि हमारी सेनाएं भी और अधिक युवा व सशक्त होंगी।
उत्तराखंड सरकार करेगी तैनात
उन्होनें कहा कि उत्तराखण्ड की पहचान वीर भूमि के रूप में भी है। अग्नि पथ योजना के लिए प्रदेश की सवा करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया ।
सीएम धामी ने कहा कि सेना की 4 साल की सेवा के बाद उत्तराखंड सरकार 75 फीसदी अग्निवीर को पुलिस, आपदा प्रबंधन और चारधाम प्रबंधन में तैनात करेगी। किसी को बेरोजगार नहीं रहने देंगे।
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हम केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का स्वागत करते हैं। हमारे युवाओं को ये चिंता नहीं करनी चाहिए कि सेना में 4 साल तक नौकरी करने के बाद उनका क्या होगा।

साथ ही सीएम ने कहा कि प्रदेश के युवा अग्निवीर बन राष्ट्र व राज्य का नाम रोशन करेंगे और शौर्य व पराक्रम का परचम चारों दिशाओं में फहराएंगे।
हालांकि अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि के तहत एक करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ब्याज समेत मिलेगी और कोई अग्निवीर दिव्यांग हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी । साथ ही बाकी बची नौकरी का भी वेतन मिलेगा ।
Agnipath Scheme के महत्तवपूर्ण बिंदू
जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना के तहत 17 वर्ष से 21 वर्ष के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा और इसकी शुरुआत आगामी 90 दिनों में हो जाएगी।
बता दें कि इस योजना के तहत अग्निवीर तैयार किए जाएंगे और देश के नौजवान आर्म्ड फोर्सेस में जा सकेंगे। वहां उन्हें नई तकनीक से ट्रेंड किया जाएगा और देश को हाई स्किल्ड आर्म्ड फोर्स मिलेगी।
वहीं चयनित युवाओं को पहले छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद अगले साढ़े तीन साल वो सेना में तैनात रहेंगे। अग्निवीरों को अच्छी सैलरी भी मिलेगी और चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को भविष्य के लिए अन्य अवसर के साथ सेवा निधि पैकेज मिलेगा।