बिहार के खगड़िया में रिश्वतखोरी बना विकास का रोड़ा
बिहार: बिहार के खगड़िया में केंद्र सरकार और बिहार सरकार लाख विकास के दावे कर रही हो लेकिन धरातल पर वह ढ़ाक के तीन पात जैसे नजर आ रही है। जी हां कुछ ऐसा ही मामला खगड़िया जिले के गोगरी प्रखंड अंतर्गत मैरा पंचायत के वार्ड नंबर 5-6 में देखने को मिल रहा है, जहां सरकारी बाबू और जनप्रतिनिधि के द्वारा योजनाओं में लूट मचाई हुई है।
बताते चलें वहीं के दलित समाज दबी जुबान में बताते हैं अगर जनप्रतिनिधि और सरकारी बाबू के विरुद्ध कोइ आवाज बुलंद करता है तो ग्रामीणों को यह कह कर धमकी दी जाती कि इस पंचवर्षीय योजना में तुम लोगों को कोई लाभ मिलेगी ही नहीं !! इस डर से हम दलित अपनी आवाज बुलंद नहीं कर पाते हैं और मजबूरन इस रिश्वतखोरी के मकड़जाल में फंस जाते हैं, आज तक इस रिश्वतखोरी का शिकार इस पंचायत के सैकड़ों दलित बन चुके हैं और बनते जा रहे हैं।
73 साल आजादी को बीत जाने के बाद भी इन गरीबों की गरीबी खत्म नहीं हुई है। भगवान तो भगवान सरकारी बाबू भी इस गरीब के घर का रास्ता ही भूल चुके हैं। लगता है गरीबों के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही कोई योजना कारगर साबित नहीं हो रही है।
सरकार तो गरीबों के लिए एक से एक योजना धरातल पर लाने की कोशिश करती है लेकिन कुछ जन प्रतिनिधि और सरकारी बाबू की काली करतूत इस अभियान को पलिता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ती है।
बिहार से समशेर बहादुर की रिपोर्ट