टिहरी: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी औतार सिंह तोपवाल का गुरुवार को 99 साल की उम्र में निधन हो गया है। तोपवाल काफी समय से बीमार चल रहे थे। इन दिनों वो अपने देहरादून में स्थित भानियावाला आवास पर रह रहे थे। तोपवाल मूल रूप से टिहरी के बौराड़ी गांव के रहने वाले थे। तोपवाल का अंतिम संस्कार शुक्रवार को हरिद्वार में किया जाएगा।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजाद हिंद फौज और टिहरी रियासत के खिलाफ लड़ाई के लिए बनाए गए प्रजामंडल में औतार सिंह तोपवाल शामिल थे। औतार सिंह तोपवाल को 22 जुलाई को हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद 31 जुलाई को उन्हें घर ले आया गया था। इसके बाद वह घर में ही थे। गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे उन्होंने अपने भानियावाला विस्थापित क्षेत्र में अपने बेटे के घर पर आखिरी सांस ली। औतार सिंह तोपवाल अपने पीछे छह बेटे और नाती पोते छोड़ गए हैं। इनकी पत्नी मासांती देवी का पहले ही स्वर्गवास हो गया था।
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औतार सिंह तोपवाल के बेटे विजयपाल तोपवाल ने बताया कि पिताजी का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से खराब था। औतार सिंह तोपवाल आजाद हिंद फौज में शामिल रहे और उसके प्रमुख सूबेदार थे। जापान और वर्मा की लड़ाई में भी इन्होंने हिस्सा लिया था। आजादी की लड़ाई के दौरान वह कई बार जेल भी गए। औतार सिंह तोपवाल को प्रशासन की तरफ से उनके योगदान के लिए कई बार सम्मानित भी किया गया। 1974 में तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने औतार सिंह तोपवाल को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था।