इमरजेंसी चिकित्सा के लिए वरदान साबित हो रहा है AIIMS ऋषिकेश का हैलीपैड | Nation One
ऋषिकेश : एम्स ऋषिकेश का हैलीपेड आघात चिकित्सा और आपात् स्थिति के मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। पिछले 6 माह के दौरान एअर एम्बुलेन्स के माध्यम से इलाज हेतु 11 पेशेन्टों को एम्स ऋषिकेश पंहुचाया जा चुका है। समय रहते अस्पताल पहंुचने के कारण आपात स्थिति वाले इन मरीजों का जीवन बचाने में हैलीपेड की यह सुविधा विशेष लाभकारी सिद्ध हुई है।
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विषम भौगोलिक स्थिति वाले इस पहाड़ी राज्य में आपात् स्थिति के मरीजों को सीमान्त क्षेत्रों से एअर लिफ्ट कर सीधे एम्स पहंुचाने से कई लोगों का जीवन बचाया जा चुका है। अभी तक राज्य के विभिन्न दूरस्थ क्षेत्रों से एअर एम्बुलेन्स द्वारा 11 पेशेन्ट एम्स पहुंचाए जा चुके हैं।
जानकारी देते हुए एम्स ऋषिकेश के हेली एविएशन इंचार्ज और ट्राॅमा सर्जन डाॅक्टर मधुर उनियाल ने बताया कि यह सुविधा पवर्तीय क्षेत्रों के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि एम्स देश का पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान है, जहां हैलीपेड की सुविधा है।
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डाॅक्टर उनियाल ने कहा कि यह विश्वस्तरीय सुविधा एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकान्त जी की दूरदर्शी सोच की वजह से शुरू हो पायी है। इस सुविधा के माध्यम से अभी तक ट्राॅमा पेशेन्ट, गर्भवती महिला, ब्रेन स्ट्रोक, कोविड पेशेन्ट और सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल पेशेन्टों इलाज हेतु एम्स पहंुचे हैं। उन्होंने कहा समय रहते इलाज शुरू होने की वजह से यह सभी पेशेन्ट अब स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि दूरस्थ क्षेत्रों को एअर एम्बुलेन्स की सुविधा से जोड़ने के उद्देश्य से एम्स के हैलीपेड का उद्घाटन मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा 11 अगस्त 2020 को किया गया था। एम्स ऋषिकेश में तब से हेली एम्बुलेन्स के माध्यम से कई रोगी इलाज हेतु सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।