जब जीवन में सबकुछ ठीक न चल रहा हो और कोई हमें प्यार से गले लगा ले तो ऐसा लगता है मानो पल भर में सारी परेशानियां दूर हो गईं लेकिन सिर्फ विपरित परिस्थितियों में ही नहीं बल्कि हमारे रोजमर्रा के जीवन में भी हमें जादू की झप्पियों की जरूरत होती है। आलिंगन, कोई ऐसी चीज नहीं है जिसकी हम कामना करते हैं बल्कि यह हमारी मूल बायलॉजिकल जरूरत है।
थेरपिस्ट के अनुसार, ’हमें जीवित रहने के लिए एक दिन में कम से कम 4 बार गले लगने की जरूरत होती है। तो वहीं जीवन के रख रखाव के लिए 8 झप्पियां और बेहतर विकास के लिए 12 जादू की झप्पियां चाहिए।’ गले लगने के दौरान ऑक्सिटॉक्सिन नाम का एक हार्मोन रिलीज होता है जो अकेलापन, गुस्सा और एकाकीपन को दूर करने में मदद करता है। अगर आप किसी व्यक्ति को लंबे समय तक गले लगाकर रखें तो आप अनुभव करेंगे कि आपके सेरोटोनिन लेवल में बढ़ोतरी हो रही है। इससे आपका मूड बेहतर होगा और आप खुशी का अनुभव करेंगे।
गले लगाने का पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि गले लगने के दौरान एक इमोशनल चार्ज क्रिएट होता है जो सोलर प्लेक्सस चक्र को ऐक्टिवेट कर थाइमस ग्लैंड को मजबूत करता है। इससे आपके शरीर की सफेद रक्त कोशिकाएं भी बढ़ती हैं जिससे इम्यूनिटी मजबूत बनती है। जैसा की पहले ही बताया जा चुका है गले लगने के दौरान ऑक्सिटॉक्सिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है जिससे किसी भी तरह के दर्द में आराम मिलता है। साथ ही जादू की झप्पी हमारी मांसपेशियों को आराम देती है और खून का संचार बेहतर बनाती है जिससे तनाव भी दूर होता है।
गले लगने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आप महसूस करते हैं कि आप अकेले नहीं है और आपको भी प्यार करने वाले लोग हैं। गले लगाने से आपका रिश्ता भी बेहतर बनता है क्योंकि गले लगने के दौरान जो उर्जा एकदूसरे को मिलती है उससे दोनों लोगों के बीच आपसी समझदारी और सहानुभूति बढ़ती है। अगर आप नींद नहीं आने की समस्या से परेशान हैं तो इससे आपको राहत मिल सकती है। जब आप किसी को गले लगाते हैं तो आपके नर्व पॉइंट्स रिलैक्स हो जाते हैं जिससे आपको स्थिर और शांतिपूर्ण नींद आती है।