विधायक निधि खर्च करने में सबसे आगे CM पुष्कर सिंह धामी, पढ़ें पूरी खबर | Nation One
ऊधम सिंह नगर के नौ विधायकों ने निधि का खूब इस्तेमाल किया है। अच्छी बात यह रही कि इन विधायकों ने अपनी निधि से 90 फीसदी से भी ज्यादा राशि को विकास कार्यों में लगाया।
इन पांच सालों में विधायक निधि से 1.65 अरब रुपये खर्च हुए हैं। इस दौड़ में सबसे आगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रहे, जबकि पूर्व मंत्री यशपाल आर्या की विधायक निधि से सबसे कम खर्च हुआ।
जनता से चुने गए विधायकों को अपने क्षेत्र में विकास करने के लिए विधायक निधि से धन उपलब्ध कराया जाता है। शासन से प्रत्येक विधायक को हर साल 371.25 लाख रुपये स्वीकृत किए जाते हैं।
विधायक अपना प्रस्ताव तैयार करते हैं और फिर उस प्रस्ताव पर बजट तय होने के बाद विकास भवन की ओर से उसे स्वीकृति दी जाती है।
इन पांच सालों में प्रत्येक विधायक को निधि के अनुसार 1856.25 लाख रुपये विकास के लिए मिले। जिला विकास अधिकारी डॉ. महेश सिंह ने बताया कि खटीमा 99.94 प्रतिशत खर्च हुआ है।
इसके बाद जसपुर में 99.93, काशीपुर में 99.81, सितारगंज में 99.70, रुद्रपुर में 99.66, नानकमत्ता में 99.58, किच्छा में 99.42, गदरपुर में 98.95 प्रतिशत विधायक निधि खर्च हो गई।
भाजपा से वापस कांग्रेस में आने की वजह से पूर्व मंत्री यशपाल आर्य अपनी निधि का सवा करोड़ के करीब खर्च नहीं कर सके। इस वजह से उनका विधायक निधि खर्च प्रतिशत 92.35 ही रह गया।
भले ही उनका खर्च प्रतिशत कम रहा हो लेकिन उन्होंने विधायक निधि का उपयोग चुनावी समय आने से पहले ही कर लिया। कार्यकाल पूरा होने के समय में माननीयों ने सबसे ज्यादा कृपा की। वर्ष 2021-22 की निधि 3334.18 लाख रुपये विकास कार्यों पर खर्च की गई।
इसके बाद वर्ष 2017-18 में 3331.30 लाख, वर्ष 2018-19 में 3326 लाख, वर्ष 2019-20 में 3319.77 लाख और सबसे कम वर्ष 2020-21 में 31.98.61 लाख रुपये खर्च किए। इन पांच सालों में 1.94 करोड़ रुपये ही शेष रह गए, जो विकास कार्यों के लिए स्वीकृत नहीं किए जा सके।