CM योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा-फिल्ड में उतरकर पीड़ितों को पहुंचाएं राहत | Nation One
लखनऊ : उत्तर प्रदेश कई जिलों में बुधवार रात से हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। अलग-अलग हादसों में 50 लोगों की मौत हो चुकी है।
बारिश के कहर को देखते हुए सीएम योगी योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नगर निकाय और पंचायती राज अधिकारी फील्ड में उतरकर बारिश की वजह से हुए नुकसान का जायजा लें और प्रभावित लोगों को समुचित राहत पहुंचाएं।
स्वास्थ्य विभाग और नगर निकाय को यह भी निर्देश देते हुए सीएम ने कहा है कि जलजमाव की वजह से कोई बीमारी न फैले इसे लेकर भी जरुरी उपाय करें।
राजधानी लखनऊ में बीते 36 घंटे में 222 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई। कई जिलों में मकान, दीवार, पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से बिजली सप्लाई बाधित है। जबकि रेलवे ट्रैक पर ओएचई लाइन टूट जाने से कई ट्रेनों को रुकना पड़ा है।
बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान अवध क्षेत्र को हुआ है। जहां 21 लोगों की मौत हुई है। लखनऊ के अलीगंज में शाम को कई वाहन आपस में टकरा गए। वहीं खंभे में करंट उतरने से एक युवक की मौत हो गई। जलभराव और पेड़ गिरने की वजह से यातायात बाधित रहा।
कानपुर में 2 दिन से तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने 7 और लोगों की जान ले ली। औरैया में पेड़ और बिजली के खंभे टूटने से 200 गांवों की बिजली गुल हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार 16 सितंबर को कानपुर परिक्षेत्र में 15 साल बाद इतनी बारिश हुई है। प्रयागराज के मुट्ठीगंज में भारी बारिश की वजह से हुए हादसे में एक महिला की मौत जबकि 13 लोग घायल हो गए।
सितंबर माह में मेरठ जिले में अभी तक 230 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। इस दौरान इन जिलों में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
प्रदेश के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है। इनमे उन्नाव, कानपुर, कानपुर देहात, बांदा, फतेहपुर, हरदोई, अलीगढ़ और गौतमबुद्ध नगर जिले शामिल हैं। लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है।