व्हाट्सएप ने 30 लाख से ज्यादा भारतीय लोगों के अकाउंट को किया बैन | Nation One
नई दिल्ली : व्हाट्स ने 30 लाख से अधिक भारतीय खातों पर रोक लगा दी है। कंपनी को 16 जून से 31 जुलाई के बीच 594 शिकायतों से जुड़ी रिपोर्ट मिली। इस पर कार्रवाई करते हुए, उसने यह कदम उठाया।
व्हाट्स ऐप ने अनुपालन रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है। मंगलवार को जारी ताजा रिपोर्ट में व्हाट्सऐप ने कहा कि 16 जून से 31 जुलाई के दौरान 3,027,000 भारतीय खातों पर रोक लगाई गई है।
व्हट्स ऐप ने इससे पहले कहा था कि जिन खातों पर रोक लगाई गई उनमें से 95 प्रतिशत से अधिक खातों पर रोक उनके द्वारा थोक संदेशों का अनाधिकृत इसतेमाल किये जाने के कारण लगाई गई। वैश्विक स्तर पर व्हट्स ऐप अपने मंच के दुरुपयोग पर औसतन हर महीने 80 लाख खातों पर रोक लगाता है।
दूसरी तरफ केंद्र ने दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष नये सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों की वैधता का बचाव करते हुए कहा है कि ये नियम ‘‘प्रेस की स्वतंत्रता के दुरुपयोग को रोकने’’ तथा डिजिटल मीडिया क्षेत्र में फर्जी खबरों से नागरिकों की रक्षा करने का काम करेंगे।
केंद्र ने नये आईटी नियमों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिका को लेकर अपने जवाबी हलफनामे में यह बात कही।
केन्द्र ने कहा, “हालांकि भारत जैसे जीवंत लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता सहित भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन नागरिकों को निष्क्रिय उपभोक्ताओं के रूप में नहीं माना जा सकता है।”
केन्द्र ने अपने हलफनामे में कहा कि मीडिया में गलत जानकारी के प्रचार के कारण कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के कई मामले सामने आ चुके हैं।
डिजिटल मीडिया के माध्यम से सनसनीखेज जानकारी के प्रसारित होने से लोग उसे गलत अर्थ में समझ बैठते हैं, जिससे काफी नुकसान होता है। फर्जी खबरों के प्रसार के कारण लोगों की गलत धारणा बनती है।
नये आईटी नियम एक शिकायत निवारण तंत्र के माध्यम से डिजिटल समाचार प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की जा रही सामग्री से संबंधित अपनी शिकायतों को उठाने के लिए एक तंत्र के साथ नागरिकों को सशक्त बनाकर प्रेस की स्वतंत्रता के दुरुपयोग को रोकने का प्रयास करेंगे।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से दायर हलफनामे में यह बात कही गयी।