स्टाफ नर्स को अब भेल मेन हॉस्पिटल दे रहा आसिस्टेन्ट नर्स की पोस्ट, पढ़े पूरी खबर | Nation One
हरिद्वार स्थित भेल कंपनी के मेन हॉस्पिटल में पिछले कई सालों से स्टाफ नर्स का कार्य कर रहे लोगो को अब हॉस्पिटल द्वारा आसिस्टेन्ट नर्स की पोस्ट पर दूसरी जगह नियुक्त किया जा रहा है। जिससे हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स का कार्य करने वाले लोगो मे रोष है।
बीते दिनों इन स्टाफ नर्स का टेंडर समाप्त होने की वजह से अब नए टेंडर में इन लोगो को नर्स असिस्टेंट की पोस्ट दी जा रही है और इन लोगो को कोविड-19 की ड्यूटी में हॉस्पिटल द्वारा शिफ्ट किया जा रहा है।
यही नही हॉस्पिटल द्वारा इन लोगो को आसिस्टेन्ट नर्स की पोस्ट पर कार्य ना करने पर कार्य को छोड़कर जाने की सलाह दी गई है। वही आईएमसी के अनुसार नर्स असिस्टेंट की कोई पोस्ट नही होती है और यह लोग हॉस्पिटल से स्टाफ नर्स का जोइनिंग लेटर देने की मांग कर रहे है।
पिछले कई सालों से भेल मेन हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स का कार्य करने वाले लोगो का कहना है कि हमारे द्वारा स्टाफ नर्स का कोर्स किया गया है और हम पिछले कई सालों से मेन हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स की पोस्ट पर नियुक्त है।
बीते दिनों हमारा टेंडर खत्म हो गया है और नए ठेकेदार को अब नया टेंडर मिला है। नए टेंडर में अब हमें नया नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, जिसमे हमे असिस्टेंट नर्स की पोस्ट दी जा रही है। यही नही असिस्टेंट नर्स की पोस्ट पर नियुक्त कर हमे कोविड-19 की ड्यूटी में लगाया जा रहा है।
उनका कहना है कि हम लोगो से हॉस्पिटल पिछले डेढ़ माह से कार्य करा रहा है मगर अभी तक हमे जॉइनिंग लेटर नही दिया गया है। आईएमसी द्वारा भी कहा गया है कि असिस्टेंट नर्स की कोई पोस्ट नही होती है फिर भी भेल द्वारा यह कराया जा रहा है।
हिस्पिटल द्वारा हमे यह भी कहा जा रहा है कि अगर असिस्टेंट नर्स की पोस्ट पर कार्य करना है तो करे नही तो चले जाएं। हॉस्पिटल में हमे कार्य करने के लिए काफी कम संसाधन मुहैया कराए जाते है और इसका असर हमारी आजीविका पर भी पड़ेगा इसलिए हम आंदोलन कर रहे है।
जब हमने इस बारे में हॉस्पिटल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की तो हमारा उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। मगर देखा जाए तो एक तरीके से भेल मेन हॉस्पिटल ने स्टाफ नर्स की पोस्ट पर सेवा दे रहे हैं। इन लोगों का डिमोशन कर दिया है और अब इनको नहीं पोस्ट असिस्टेंट नर्स पर नियुक्त किया जा रहा है। हॉस्पिटल के इस फैसले से स्टाफ नर्स की पोस्ट पर काम कर रहे लोगों में रोष हैं। इन लोगों को आने वाले समय में आजीविका और अपनी दूसरी जरूरतों के लिए भारी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
हरिद्वार से वंदना गुप्ता की रिपोर्ट