उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त…
उत्तराखंड: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में चार दिन से लगातार हो रही बारिश ने अब अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार हो रही भारी बारिश ने अब लोगों के मन में दहश्त पैदा कर दिया है। भारी बारिश से पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश से अब जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश से नदियों का पानी उफान पर आ गया है। और कहीं सड़क मार्ग बंद हो गए है। सड़कों के बंद होने से लगभग सात सौ से ज्यादा गांवों का संपर्क मार्ग टूटा हुआ है। जिससे अब यह बारिश लोगों के लिए मुशिबत बन गई है।
उत्तरकाशी में धरासू-गंगोत्री हाईवे धरासू बैंड के पास…
उत्तरकाशी में धरासू-गंगोत्री हाईवे धरासू बैंड के पास बाधित था, जिसे सुबह खोला गया। भटवाडी में घुड़ाल बैण्ड के पास मार्ग अवरुद्ध था, जिससे सुचारु कर दिया गया है। बदरीनाथ मार्ग लामबगड़ में बंद है। आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत का काम जारी है। इस बीच चमोली जिले के घाट क्षेत्र में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक अधेड़ की मौत हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश को अगले…
मौसम के कारण बीते दो दिन में पांच लोगों की जानें जा चुकी हैं। ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा चेतावनी रेखा के करीब है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश को अगले 24 घंटे में भी राहत मिलने के आसार नहीं हैं। इस दौरान उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग तथा पिथौरागढ़ में भारी बारिश के आसार हैं।
नदियों के उफान को देखते हुए तटवर्ती…
हालात के मद्देनजर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ अलर्ट पर हैं। शासन ने जिलाधिकारियों को सजग रहने को कहा है। नदियों के उफान को देखते हुए तटवर्ती इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। भारी बारिश के बीच पुरानी इमारतें धराशायी हो रही हैं। रुड़की के निकट भगवानपुर के सिरचंदी गांव में एक दो मंजिला मकान ढह गया।
वहीं अल्मोड़ा में भी दो मकान क्षतिग्रस्त होने की…
हालांकि यहां रहने वाला परिवार सुरक्षित है। इसके अलावा कुमाऊं के बागेश्वर जिले में भी दो स्कूल भवन और पांच मकान धराशायी हो गए। वहीं अल्मोड़ा में भी दो मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। वही राजधानी में भी बारिश ने अब अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। दून में भी भारी बारिश से सड़कों पर जल भराव हो गया है। जिससे लोगो का आवाजाही करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।