रुड़की में उपभोक्ताओं से 90 फीसद धनराशि लेने के बावजूद उनको फ्लैट न देने के मामले में फ्लैट स्वामियों ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सात जनवरी से धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इस मामले में मंगलौर के कोतवाल को निर्देश दिए कि यदि पीड़ितों को बिल्डर घर नहीं देता है तो उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाए।
सजल गोयल, रजनीश त्यागी, मंजू खेर, डीपी सक्सेना, उर्मिला देवी, धर्मेन्द्र ¨सह, नीरज कुमार वर्मा समेत 70 से अधिक लोगों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को की गई शिकायत में बताया कि आसफनगर के समीप नीशू कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से फ्लैट और विला का निर्माण कराया जा रहा था। अधिकांश लोगों से बिल्डर ने 70 से 90 फीसद तक धनराशि ले ली।
सात जनवरी के बाद धरना-प्रदर्शन कर देंगे शुरू
उनको बताया गया कि 2015 तक घर दे दिया जाएगा, लेकिन उनको घर नहीं दिया गया। इसके बाद से बिल्डर लगातार कोई न कोई बहाना कर उनको घर नहीं दे रहा है। उन्होंने बताया कि आधे से ज्यादा काम अधूरा पड़ा हुआ है। बिजली के कनेक्शन और सड़क तक नहीं है। पीड़ितों ने बताया कि अधिकांश लोग नौकरीपेशा या सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, जिनकी जीवन भर की पूंजी बिल्डर के पास है। ऐसे में यदि उन्हें समय से घर नहीं मिला तो वह सड़कों पर आ जाएंगे।
पीड़ितों ने चेताया कि यदि उन्हें घर नहीं मिला तो वह सात जनवरी के बाद धरना-प्रदर्शन शुरू कर देंगे। दूसरी ओर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल ने मंगलौर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिए कि यदि सात जनवरी तक मामले का हल नहीं होता है तो बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाए।