News : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में आयोजित कालू सिद्ध मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेकर प्रदेशवासियों को धार्मिक आस्था से जुड़ने का एक सशक्त संदेश दिया। तीन दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम के दूसरे दिन सीएम धामी सुबह लगभग 10 बजे मंदिर परिसर पहुंचे और विधिपूर्वक पूजा-अर्चना में सम्मिलित हुए।
यह मंदिर हाल ही में सड़कों के चौड़ीकरण कार्य के चलते स्थानांतरित किया गया था और अब नवीन स्वरूप में इसका पुनर्निर्माण किया गया है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, संतों की उपस्थिति में वेद मंत्रों और धार्मिक अनुष्ठानों के बीच सम्पन्न हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने श्रद्धा पूर्वक भाग लिया और राज्य की खुशहाली की कामना की।
News : महिलाओं ने कलश यात्रा के साथ किया स्वागत
मुख्यमंत्री के मंदिर आगमन पर पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं ने कलश यात्रा के साथ उनका स्वागत किया। पूजा संपन्न होने के बाद संतों ने उन्हें रुद्राक्ष की माला और अंगवस्त्र भेंट कर आशीर्वाद दिया। मंदिर के महंत कालू गिरी महाराज और अन्य संतों ने सीएम धामी को विशेष तौर पर आशीर्वाद प्रदान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कालू सिद्ध मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि यह क्षेत्र की आस्था, परंपरा और संस्कृति का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार प्रदेश की धार्मिक विरासतों को संजोने और उन्हें विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में राज्य के कई प्रमुख नेता और अधिकारी भी मौजूद रहे। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा, नगर निगम महापौर गजराज बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष अनिल कपूर, जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट सहित अनेक जनप्रतिनिधि और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।
News : मंदिर में पूजा करने के लिए उमड़ी भीड़
प्रशासन की ओर से कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी कुमाऊं रिद्धिमा अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एसएसपी प्रह्लाद मीणा सहित तमाम अधिकारियों ने आयोजन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सुनिश्चित किया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पूरे कार्यक्रम के दौरान मंदिर परिसर भक्ति भाव से गूंजता रहा। भजन-कीर्तन, यज्ञ-हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों ने श्रद्धालुओं को आस्था से सराबोर कर दिया। बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री के दर्शन और मंदिर में पूजा करने के लिए उमड़ पड़े, जिससे वातावरण में खास ऊर्जा और उत्साह देखने को मिला।
मुख्यमंत्री धामी ने अंत में सभी श्रद्धालुओं और आयोजकों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज को जोड़ने और सांस्कृतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाते हैं। कालू सिद्ध मंदिर अब न केवल एक आस्था का केन्द्र बना है, बल्कि धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी एक आकर्षक स्थल के रूप में विकसित होगा।
इस आयोजन ने न केवल धार्मिक रंग में प्रदेश को रंगा, बल्कि मुख्यमंत्री की सक्रिय भागीदारी ने इसे एक ऐतिहासिक और जनसंपर्क से भरपूर कार्यक्रम बना दिया।
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