आगराः भविष्य में डाक्टर बनने वाले छात्र मंगलवार को एमबीबीएस फाइनल प्रोफेशनल (पार्ट-वन) की परीक्षा में नकल करते पकड़े गए. नकल भी हल्की-फुल्की नहीं हाईफाई थी. ताबीज और काले धागे में सिम और तार लगे थे.गोपनीय सूचना के आधार पर टीम ने छापामार कार्रवाई की.
ये परीक्षा खंदारी स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में हो रही थी. यहां के फार्मेसी विभाग में एमबीबीएस थर्ड प्रोफेशनल नेत्र विज्ञान की परीक्षा चल रही थी, जो कि एफएच मेडिकल कॉलेज एत्मादपुर के छात्रों की थी. पेपर बांट दिया गया था और छात्र अपना पेपर कर रहे थे.
इस बीच फोन पर सूचना मिली थी परीक्षा में नकल कराई जा रही है. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने गोपनीय तरीके से टीम गठित की और मंगलवार को खदारी कैंपस में पहुंच गई. टीम ने विद्यार्थियों की पड़ताल की, जिसमें दस विद्यार्थियों से कुछ ऐसा सामान मिला कि सभी हैरान रह गए. छात्रों के पास इलेक्ट्रॉनिक जैसी कुछ डिवाइस मिली, जो कान में लगी रखी थी.
टीम ने नकल करते दस छात्रों को पकड़ा. इनमें से एक विद्यार्थी पर दो डिवाइस पकड़ी गईं. विश्वविद्यालय में इतनी हाईफाई तरीके से पहली बार नकल पकड़ी गई है. बताते हैं कि ताबीज और काले धागे में सिम और तार लगे थे और कान में ब्लूटूथ था. छात्रों को बाहर से बोलकर नकल कराई जा रही थी. सूचना पर पुलिस पहुंच गई. इन दस छात्रों के खिलाफ मुकदमा लिखाने की प्रक्रिया चल रही है. बाकी पेपर को पूरा कराया गया है.
पुलिस ने नकल कराने वालों की खंदारी कैंपस के बाहर तलाश की लेकिन, किसी का कोई सुराग नहीं लग सका. आपको बता दें कि, आगरा में इससे पहले पुलिस भर्ती परीक्षा 2018-19 में भी सॉल्वर गैंग पकड़ा जा चुका है. वहीं, शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी सॉल्वर गैंग पकड़ में आया था, जिसकी जांच चल रही है. तकरीबन सौ मुन्नाभाई अब तक विभिन्न परीक्षाओं में पकड़े जा चुके हैं.