लोक गायक नेगी के बारे में किसने की भ्रामक पोस्ट
देहरादून
लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी की मृत्यु की भ्रामक सूचना फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने साइबर जांच शुरू करा दी है। साइबर जांच से पुलिस उस व्यक्ति तक की तलाश कर रही है, जिसने सोशल मीडिया में इस भ्रामक सूचना को सबसे पहले पोस्ट किया। बताया जा रहा है कि इस पोस्ट को कापी-पेस्ट करने वालों से भी पूछताछ की जाएगी। इस मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस और साइबर टीम की मदद के लिए साइबर और फारेंसिक एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत आगे आए हैं। वहीं लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के स्वास्थ्य़ में पहले से काफी सुधार है।
पिछले दिनों लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी की अचानक बीमार हुए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ ही देर में यह खबर सोशल मीडिया में वायरल हो गई। कुछ ही घंटे बाद अचानक एक नई पोस्ट वायरल की गई। सभी लोग उनके स्वास्थ लाभ की कामना कर रहे थे तो कुछ लोगों ने उन्हें फेस बुक एवं व्हाट्सएप पर श्रद्धांजलि तक दे डाली। इससे दो दिन तक लोगों में असमंजस का माहौल बना रहा। लेकिन यह भी बेहद हैरत भरा रहा है कि प्रशासन की ओर से ऐसी पोस्ट्स को लेकर कोई खंडन जारी नहीं किया गया। ताकि लोगों में बन रहे असमंजस को दूर किया जा सके। गलत प्रचार करने वालों ने एक कदम आगे बढ़ते हुए एक टीवी चैनल के स्क्रीन शाट का प्रयोग करते हुए इसे बिग ब्रेकिंग भी बना दिया। हालांकि टीवी चैनल ने इसे गलत बताया है और कहा है कि उनके द्वारा ऐसा कोई बुलेटिन नहीं चलाया गया। चैनल का यह दावा भी जांच के दायरे में आना चाहिए साथ ही उन व्हाट्स अप एवं फेसबुक यूजर्स की भी जांच की जानी चाहिए जिनके द्वारा श्री नेगी के बारे में भ्रामक पोस्ट डाली गईं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में दून पुलिस अब बड़ी कार्रवाई कर सकती है। अनर्गल एवं भ्रामक पोस्ट डालने की दिशा में दून पुलिस की ओर से अब तक कोई बड़ी कार्रवाई सामने नहीं आई है लेकिन यदि नेगी के परिजनों की ओर से इस संबंध में कोई शिकायत आती है तो एसएसपी देहरादून ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं। शिकायत आने की दशा में साइबर क्राइम को जांच दी जा सकती है और ऐसे लोग चिन्हित किए जाएंगे जिन्होंने बगैर पुष्टि के ही नेगी के निधन की पोस्ट वायरल कीं।
साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत करेंगे पुलिस की मददः इस मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस को साइबर एक्सपर्ट ने मदद का आफर दिया है। साइबर एंड फारेंसिक एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत ने बताया कि उन्होंने पुलिस अफसरों ने इस मामले में सहयोग करने की अपनी ओर से अपील की है। चंद्रकांत ने बताया कि जल्द ही इस बात का पता चल जाएगा कि इस भ्रामक पोस्ट को सबसे पहले किस व्यक्ति ने किस फोन नंबर या फिर आईपी एड्रेस और किस लोकेशन से आन लाइन किया गया था। मालूम हो कि साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत पहले भी कई बड़े साइबर केसों का खुलासा कर चुके हैं। एथिकल हैकिंग और साइबर तकनीकी के प्रदर्शन पर उनको देश विदेश के कई बड़़े मंचों से सम्मान हासिल हुआ है।