ऋषिकेश: सच ही कहा है कि डॉक्टर को इस दुनिया में भगवान का दर्जा दिया जाता है। क्योंकि डॉक्टर ही वो शख्स होता है जो कई लोगो को मौत के मुंह में से निकालकर उन्हे एक नई जिंदगी देता है। और कई लोगों को टूटी हुई उम्मदों को फिर से जगाता है। तभी तो इस दुनियां में डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है।
जिससे उस मासूम बच्चे को सांस लेने में…
इस बात का सबूत ऋषिकेश एम्स में तैनात डॉक्टर सुबोध कुमार ने फिर से दिखाया है कि वाकई में डॉक्टर भगवान ही होता है। आपको बता दे कि 4 साल के बच्चे की सांस की नली में 3 सेंटीमीटर की पिन अटक गई थी जिससे उस मासूम बच्चे को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। जब बच्चे की तकलीफ हद से ज्यादा बढ़ने लगी तो परिजनों ने बच्चे को एम्स अस्पताल में फर्ती कराया और डॉक्टर ने उस पिन को बाहर निकाला जिसके बाद अब बच्चा स्वस्थ है।
जिसके बाद डॉक्टर ने बच्चे का टूथ प्रोसीजर किया और उसे…
दरअसल, बीती शनिवार की सुबह एक बच्चा दात में दर्द की शिकायत को लेकर डेंटिस्ट के पास पहुंचा था। जिसके बाद डॉक्टर ने बच्चे का टूथ प्रोसीजर किया और उसे घर भेज दिया। घर पहुंचते ही बच्चे को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी। जब बच्चे को सांस लेने मे ज्यादा तकलीफ होने लगी तो परिजनो ने उसको गंभीरता से लिया ओऱ बच्चे को देर शाम ही एम्स अस्पताल में भर्ती कराया
इस बात का पता चलते ही डॉक्टर ने तुरंत बच्चे…
एम्स ऋषिकेश के इमरजेंसी सर्वीस में जाने के बाद डॉक्टर को परिजनों ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इस बात का पता चलते ही डॉक्टर ने तुरंत बच्चे का एक्स-रे कर पाया कि उसके सांस की नली में तीन सेंटीमीटर लंबी कील है।इसके बाद तुरंत डॉक्टर ने ब्रोंकोस्कोपी (सांस की नली के लिए चिकित्सा परीक्षण) के जरिए पिन को फेफड़े के दाहिने भाग से बाहर निकाला। पिन निकालने के बाद पता चला की ये डेंटिस्ट द्वारा प्रयोग की जान वाली पिन है।
डॉक्टर सुबोध कुमार ने बताया कि अगर पिन…
डॉक्टर सुबोध कुमार ने बताया कि अगर पिन समय पर नहीं निकाली जाती तो ये बच्चे के लिए प्राण घातक साबित हो सकता था। डॉक्टर सुबोध ने वाकई में आज उस बच्चे को नई जिदंगी दी है। अगर समय रहते है बच्चे का इलाज नही किया जाता तो शायद की वह बच्चा आज जिंदा रह पाता।