Uttarakhand : उत्तराखंड की जनता को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार पूरी सक्रियता के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में यह स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य है उत्तराखंड को स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश का एक मॉडल राज्य बनाना।
इस दिशा में लगातार नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य आम जनता तक गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा पहुँचाना है – चाहे वह शहर हो या दूरस्थ गांव।
Uttarakhand : आयुष्मान योजना को और सशक्त किया जाएगा
मुख्यमंत्री धामी ने ऐलान किया कि उत्तराखंड में आयुष्मान भारत योजना का दायरा और मजबूत किया जाएगा। इस योजना के तहत लाखों परिवारों को पहले से ही पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज मिल रहा है, लेकिन अब इसे और व्यापक रूप में लागू करने पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ अब चुनिंदा निजी अस्पतालों में भी गोल्डन कार्ड धारकों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहेंगी।
Uttarakhand : मोबाइल मेडिकल यूनिट्स: अब इलाज आएगा आपके पास
ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों की चुनौतियों को देखते हुए राज्य सरकार ने ‘मोबाइल मेडिकल यूनिट्स’ यानी चलित चिकित्सा वाहन शुरू किए हैं। ये वाहन उन स्थानों पर पहुंचेंगे जहां अस्पताल की सुविधा सीमित या अनुपलब्ध है। हर यूनिट में डॉक्टर, नर्स और जरूरी उपकरण मौजूद होंगे।
खास बात ये है कि एक यूनिट सिर्फ महिलाओं की स्वास्थ्य ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जहां पूरी टीम महिला स्वास्थ्यकर्मियों की होगी।
Uttarakhand : ‘डॉक्टर आपके द्वार’ पहल से घर बैठे इलाज
सरकार ने एक और अनोखी पहल की शुरुआत की है—‘डॉक्टर आपके द्वार’। इस योजना के तहत बुज़ुर्गों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को घर बैठे इलाज मुहैया करवाया जाएगा। इस सेवा के ज़रिए उन लोगों को विशेष फायदा होगा जो यात्रा करने में असमर्थ होते हैं। स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम उनके घर पहुंचकर इलाज और जरूरी जांच करेगी।
Uttarakhand : स्वास्थ्य पर विशेष बजट और सुविधाओं में विस्तार
राज्य सरकार ने हाल ही में स्वास्थ्य बजट में इजाफा करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि हर जिले में आधुनिक अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड किया जाए। साथ ही, सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवारों के इलाज पर होने वाला खर्च भी कम करने के लिए नई नीतियां बनाई जा रही हैं। सरकारी सेवकों को अब चिकित्सा व्यय के लिए अलग से राहत मिलेगी जिससे इलाज के दौरान आर्थिक बोझ कम होगा।
उत्तराखंड सरकार का फोकस अब सिर्फ इलाज पर नहीं, बल्कि ‘सुलभ, सस्ता और समय पर’ इलाज पर है। मुख्यमंत्री धामी का यह संकल्प कि “हर व्यक्ति को बिना भेदभाव इलाज मिले”, राज्य को स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले समय में अगर योजनाएं इसी तरह लागू होती रहीं, तो उत्तराखंड वाकई देश के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल बनकर उभरेगा।
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