उत्तराखंड: फर्जी डिग्री से नौकरी करते पड़के गए दो शिक्षक, एसआईटी की जांच में हुआ खुलासा..

उत्तराखंड: फर्जी डिग्री से नौकरी करते पड़के गए दो शिक्षक, एसआईटी की जांच में हुआ खुलासा..

देहरादून: शिक्षा विभाग में अमान्य प्रमाण पत्रों से नियुक्तियों के मामले में एसआईटी जांच में देहरादून की सहायक अध्यापिका नीना और रुद्रप्रयाग के राजू लाल की बीएड की डिग्री अमान्य पाई गई है। बता दें कि एसआइटी ने अब तक 64 शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्र पकड़े हैं। इनमें से अधिकांश के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। जबकि, अभी दो हजार से ज्यादा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच होनी बाकी है।

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नीना ने 2005 में गुवाहटी असम से बीएड की डिग्री हासिल की थी। इस मामले में एसआइटी ने डिग्री का सत्यापन कराया तो यह फर्जी पाई गई। इसी तरह रुद्रप्रयाग के ग्राम चाका निवासी सहायक अध्यापक राजू लाल ने 2003 में चौधरीचरण सिंह विश्वविद्यालय से बीएड किया था। एसआइटी ने राजू की डिग्री की जांच कराई तो विवि ने डिग्री पूरी तरह से फर्जी बताई।

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एसआईटी प्रभारी और अपर पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि दोनों शिक्षकों की बीएड की डिग्री अमान्य पाई गई है। इसी आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की संस्तुति शिक्षा विभाग को कर दी गई है। उन्होंने बताया कि अन्य प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम चल रहा है।