शराबियों से कोई हमदर्दी नहीं, महिला हो या पुरुष सभी की होगी चेकिंग | Nation One
नशा मुक्त आभियान को लेकर हुए कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे पढ़ाई के दिनों से ही शराबियों की हालत को देखकर, उसी वक्त तय कर लिया था कि जब कभी भी उनको मौका मिलेगा तो वे किसी को भी शराब नहीं पीने देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि विदेशी शराब तो बेहद बुरी चीज है और उसमें विद्यमान नकारात्मकता को वे पढ़ाई के दौर से ही समझ चुके थे यही कारण रहा कि उन्हें जब मौका मिला तो उन्होंने शराब बंदी का फैसला लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने को लेकर पुलिस द्वारा जो भी एक्शन लिया जा रहा है वो सही है।
आपको बता दें कि बिहार पुलिस ने पटना में दुल्हन के कमरे के अंदर घुसकर चेकिंग किया था।जिसको लेकर कई सवाल खड़े किए गए थे और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इसे महीला के नीजता का हनन का भी पुलिस पर आरोप लगाते हुए सवाल खड़ी की थीं।
ऐसे सवाल करने वालों को अपने अंदाज में मुख्यमंत्री ने अपने अनूठे अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई गड़बड़ करेगा तो चेकिंग जरूर होगी महिला है, तो चेकिंग नहीं होगी ऐसा नहीं होगा।
‘कहा पिओगे तो मरोगे’। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री को शराबियों से व्यक्तिगत एलर्जी है। क्योंकि बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों के प्रति संवेदना जाहिर करने की बजाय उन्होंने लोगों को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि आज बिहार में जो लोग भी कहीं से शराब लेकर पी रहे हैं।
उन्हें एक बात समझ लेनी चाहिए शराब बंदी के बाद जो कुछ भी मिलेगा वह गड़बड़ ही मिलेगी और गड़बड़ सामान पीने से मौत भी होगी इसलिए अगर शराब पियोगे तो मरोगे।