अल्मोड़ाः कोरोना संक्रमित महिला की चिता की आग से जंगल जलकर राख हो गया. यह आग करीब 24 घंटे से अधिक समय तक लगी रही, जिससे करीब एक हेक्टेयर जंगल को नुकसान हुआ है. सोमवार दोपहर 12 बजे लगी आग पर मंगलवार दोपहर बाद दो बजे के करीब काबू पाया जा सका.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में बीते दिन कोरोना संक्रमित बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी. प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मृतकों के दाह संस्कार के लिए नगर से लगे सरसों गांव के समीप भैंसोड़ा फार्म में स्थान चिह्नित किया है. सोमवार को गाइडलाइन के अनुसार भैंसोड़ा फार्म में कोरोना पॉजिटिव महिला का अंतिम संस्कार किया गया. इसी बीच, चिता की आग समीप के जंगल में फैल गई. सोमवार दोपहर 12 बजे लगी आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया और पूरा जंगल धधकने लगा. चिता की यह आग भैंसोड़ा फार्म से फैलती हुई अफसर कॉलोनी, खगमरा आदि स्थानों में जा पहुंची. कई स्थानों में घरों के समीप तक आग की लपटें पहुंचने लगीं.
इधर, सूचना मिलने पर एक बजे के करीब फायर ब्रिगेड की टीम पांच वाहनों के साथ मौके पर पहुंची. दमकलकर्मी आग बुझाने की कोशिश करते रहे लेकिन, आग बेकाबू होती गई. जंगल में अग्निशमन वाहन के नहीं पहुंच पाने पर कर्मचारी मिट्टी से आग बुझाने में जुटे रहे. सोमवार की रात को भी आग नहीं बुझ पाई। इधर, मंगलवार को करीब 24 घंटे से भी अधिक समय बाद दोपहर लगभग दो बजे आग पर काबू पाया गया. आग की तेज लपटों से पूरा जंगल और लाखों की वन संपदा राख हो गई. चीड़ के कई पेड़ भी जल गए. सूचना पाकर वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे. वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा ने बताया कि करीब एक हेक्टेयर जंगल में आग फैल गई थी. उधर, आवासीय क्षेत्रों में भी आग पहुंचने से लोगों में दहशत रही.