नई दिल्ली : काफी कोशिशों के बाद बुझ गया वो दीप जो जलता रहा ओरों के लिए… खामोश हो गई वो आवाज़ अब सदा के लिए… जो कहती थी हार नहीं मानूंगा… गीत नया गाऊंगा…
15 अगस्त की रात से हालत नाजुक…
लंबे समय से बीमार चल रहे भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया। 11 जून को उन्हें एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद 15 अगस्त की रात से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। उन्हें वेंटिलेटर में रखा गया था। उनकी नाजुक हालत की खबर के बाद से ही देशभर में लोग उनके लिए दुआ औऱ प्रार्थना कर रहे थे।
याद आया 1988 का वो समय…
सभी को 1988 का वो समय याद आ गया जब अटल जी किडनी का इलाज कराने अमेरिकी गए थे और मौत से जीतकर वापस लौट आये थे। इस बार भी सभी को ऐसे ही चमत्कार की उम्मीद थी। हर किसी को एम्स से अच्छी खबर का इंतजार था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पूरे देश की आंखे नम कर हम सभी को अलविदा कह गये। आज अटल जी के जाने के बाद देश ने सिर्फ एक अच्छा नेता खोया है, बल्कि हम सभी के बीच से एक अच्छा इंसान, एक अच्छा वक्ता, एक अच्छा कवि भी खो दिया है।