मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि आंधी, तूफान और ओला प्रभावित जिलों में स्थानीय प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत पहुंचाए। संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने में सहयोग करें। प्रभावित जिलों के डीएम को निर्देश दिया कि वे अप्रत्याशित मौसम से हुई क्षति का आकलन करवाने के साथ बिजली और पानी की आपूर्ति का कार्य तुरंत कराएं। इन कार्यों में किसी तरह की शिथिलता सहन नहीं की जाएगी।
मालूम हो कि बुधवार को आई आंधी, पानी और ओला वृष्टि से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद, मथुरा, इटावा, आगरा, अलीगढ़ कानपुर देहात और सीतापुर सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज यूं ही बिगड़ा रहेगा। खासकर 13 और 14 मई को। इस दौरान दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड से सटे पश्चिमी उप्र और बिहार से सटे पूर्वी उप्र में मौसम का व्यवहार अप्रत्याशित हो सकता है। 50 से 70 किमी की गति की तेज हवाओं के साथ बड़े क्षेत्र में बारिश और कुछ क्षेत्रों में ओले भी पड़ सकते हैं।
आंधी पीड़ितों पर तत्काल मरहम
बुधवार की शाम आई आंधी से गमगीन परिवारों के दर्द पर मरहम चैबीस घंटे से पहले ही लगाया है। डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा ने गुरुवार को आगरा मंडल में मृतकों के परिवारीजनों को मुआवजा राशि के चेक प्रदान किए। साथ ही घायलों के समुचित इलाज का बंदोबस्त जिला प्रशासन द्वारा कराए जाने का भरोसा दिलाया। इधर आगरा, मथुरा और फीरोजाबाद में मृतक संख्या बढ़कर नौ हो चुकी है। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा गुरुवार को यहां पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों को मुआवजे के चेक दिए। इसके बाद पत्रकारों से वार्ता में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों तक तत्काल मदद पहुंचा रही है। आंधी-बारिश में महिला समेत तीन लोगों की मौत होने पर गुरुवार को अलीगढ़ पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने पीड़ित परिवारों को चार-चार लाख रुपये के चेक बांटे। दैवीय आपदा के तहत जिले में 37 लाख रुपये बांटे जाने हैं।