
कमलनाथ के मिनी वचन पत्र से राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह नदारद | Nation One
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने मिनी वचन पत्र जारी किया है। लेकिन इस मिनी वचन पत्र से न केवल राहुल गांधी बल्कि प्रियंका गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नदारद हैं। इसके मुख्य पृष्ठ पर इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी के साथ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ की फोटो है, लेकिन राहुल गांधी की नही हैं।
वचन पत्र के मुख्य पेज पर राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह की तस्वीर ने होने से कांग्रेस के कई नेता नाराज हैं। कांग्रेस नेता माणक अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में हमने राहुल गांधी के नाम पर और दिग्विजय सिंह के फॉलोअर्स की आर्मी की बदौलत जीत दर्ज की थी, इसलिए इन लोगों की तस्वीर वचन पत्र पर होनी चाहिए।
कांग्रेस नेता माणक अग्रवाल ने दिग्विजय सिंह और राहुल गांधी की फ़ोटो न होने को गलत बताया और कहा कि दिग्विजय सिंह का उपचुनाव में इस्तेमाल ना करके कांग्रेस का ही नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी में अपनी बात रख दी है और मुझे लगता है कि पार्टी मेरी बात को मानेगी। दिग्विजय सिंह की बकायदा सभा होनी चाहिए।
वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस के मिनी वचन पत्र से राहुल गांधी के आउट होने पर तंज कसा है। प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर गोपाल भार्गव ने कहा राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह दोनों ही नेता उपचुनाव के परिदृश्य से बाहर हैं। चुनाव में पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले दोनों नेताओं को पार्टी ने रणनीतिक तौर पर बाहर किया है।
गोपाल भार्गव ने कहा कांग्रेस पार्टी जानती है कि राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह के फ्रंट पर आने से वोट कट जाते हैं। यही कारण है कि पार्टी ने उपचुनाव में दोनों नेताओं को बाहर कर दिया है। उप चुनाव खत्म होते ही दोनों नेता फिर फ्रंट में आ जाएंगे। यानि जनता को कांग्रेस भ्रमित कर रही है।