हाथरस कांड ने पूरे देश की राजनीतिक माहौल को गरम कर दिया है विपक्षी पार्टियों के नेताओं में हाथरस जाने की होड़ मच गई लेकिन सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओपी राजभर बेइज्जती के डर से हाथरस नहीं गए। यह वक्तव्य सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने संडीला में कार्यकर्ताओं की समीक्षा कार्यक्रम के दौरान खुद कही।
संघठन की समीक्षा करने आए ओपी राजभर ने कहा कि – “हम नहीं चाहते कि हमारे लोग हाथरस जाकर पीटे जाएं और बेइज्जत हो। राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज किया गया । कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल और प्रियंका गांधी के साथ घटना हुई। आप सांसद संजय सिंह पर स्याही फेंकी गई। यह सब देख रहा हूं कि विपक्षी दलों के नेताओं के साथ इतना बुरा बर्ताव हो रहा है तो मैं वहां लात खाने क्यों जाऊं?”
जिस तरह से विपक्षी पार्टियों को हाथरस जाने से रोका जा रहा है उससे साफ पता चलता है कि साक्ष्य छुपाने, अधिकारियों और आरोपियों को बचाने के लिए पूरी सरकार लगी हुई है। हाथरस की बेटी के साथ जो घटना घटी वह निंदनीय है। यूपी सरकार नहीं चाहती कि गरीब पिछड़े लोगों को न्याय मिले। यह लोकतंत्र के लिए बहुत दुखद घटना है। प्रदेश में घट रही बलात्कार की घटनाएं सरकार की कानून व्यवस्था की पोल-खोल रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा सरकार के नारों और वादो तक सीमित रह गया है।