मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का कोई प्रकरण नहीं, मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा जनता से सावधानी बरतने की अपील

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा नोवेल कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर अंतर्राष्ट्रीय जन-स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है। मध्यप्रदेश में यद्यपि कोरोना वायरस का कोई प्रकरण नहीं पाया गया है, तथापि डब्लूएचओ की सलाह अनुसार प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री कमल नाथ एवं लोक परिवार कल्याण स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रदेश की जनता से कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरतने की अपील की है।

स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित सभी को इसके बचाव एवं सावधानी के बारे में सभी आवश्यक उपाय तुरंत किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना वायरस बीमारी संबंधी सूचना आदि के लिए राज्य स्तर पर कॉल सेन्टर 104 स्थापित किया गया है। कॉल सेंटर में 30 ऑपरेटर्स कार्यरत हैं। सभी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

प्रदेश में चीन से आने वाले यात्रिओं की एयर पोर्ट पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। एयर पोर्ट पर अंतर्राष्ट्रीय विमानों से आने वाले यात्रियों से स्व-घोषणा-पत्र भी भरवाए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय की सूचना पर चीन से आने वाले यात्रियों की निगरानी की जा रही है।

प्रदेश के प्रत्येक जिला चिकित्सालय में 2 से 6 बिस्तरीय तक तथा सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में 10-10 बिस्तरीय आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। टर्शिअरी केअर के लिए निजी चिकित्सालयों की सेवाएँ भी ली जाएंगी। एम्स तथा डिकल कॉलेज में राज्य-स्तरीय नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। अस्पतालों में  स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। जिला सर्विलेन्स अधिकारी एवं जिला एपिडिमियोलॉजिस्ट को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

 

उज्जैन से गोपाल आंजना की रिपोर्ट