News : दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के उद्घाटन की तैयारी तेज, इस महीने पीएम मोदी कर सकते हैं लोकार्पण!

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News : राजधानी दिल्ली और उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को जोड़ने वाले देश के सबसे आधुनिक और हाईटेक एक्सप्रेसवे का सपना अब साकार होने को है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले चरण का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और इसके उद्घाटन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी महीने इस परियोजना का लोकार्पण कर सकते हैं। इस एक्सप्रेसवे के चालू होते ही दिल्ली से देहरादून की दूरी अब सिर्फ 2.5 से 3 घंटे में तय की जा सकेगी, जो पहले 5 से 6 घंटे लगती थी।

News : क्या है दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे?

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है जिसे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसकी कुल लंबाई लगभग 210 किलोमीटर है, जिसे तीन हिस्सों में बांटकर तैयार किया गया है।

यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर उत्तर प्रदेश होते हुए सहारनपुर और फिर देहरादून तक पहुंचेगा। इसके निर्माण पर लगभग ₹8,300 करोड़ रुपये की लागत आई है।

News : तीन चरणों में तैयार हुआ एक्सप्रेसवे

1. पहला चरण: दिल्ली से बागपत तक – इस हिस्से में हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। कई फ्लाईओवर और इंटरचेंज विकसित किए गए हैं ताकि ट्रैफिक जाम न हो।

2. दूसरा चरण: बागपत से सहारनपुर – यह हिस्सा प्राकृतिक बाधाओं और बस्तियों के चलते चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन अब यह भी पूरा हो चुका है।

3. तीसरा चरण: सहारनपुर से देहरादून – यह हिस्सा इको-सेंसिटिव जोन से होकर गुजरता है। यहां वन्यजीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एशिया की पहली एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर का निर्माण किया गया है।

News : एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बना खास आकर्षण

इस एक्सप्रेसवे की सबसे अनोखी विशेषता है इसका वाइल्डलाइफ कॉरिडोर, जो राजाजी नेशनल पार्क के पास बनाया गया है। करीब 12 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर वन्यजीवों की आवाजाही को बाधित नहीं करता है और उन्हें उनके नैसर्गिक परिवेश में निर्बाध विचरण की सुविधा देता है। यह एशिया का पहला ऐसा कॉरिडोर है और इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

इस एक्सप्रेसवे पर अत्याधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं जैसे कि फूड कोर्ट, पेट्रोल पंप, इमरजेंसी मेडिकल सुविधा, सीसीटीवी निगरानी, और हाईवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (HTMS)। साथ ही 6 लेन की सड़कें और बेहतर ड्रेनेज सिस्टम इसे ऑल वेदर रोड बनाते हैं।

News : उद्घाटन को लेकर क्या हैं ताजा अपडेट?

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून महीने के अंत तक इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर सकते हैं। इसके लिए पीएमओ और सड़क परिवहन मंत्रालय के बीच बातचीत अंतिम दौर में है।

एनएचएआई अधिकारियों ने पहले ही साइट का निरीक्षण कर लिया है और सुरक्षा एजेंसियां भी तैनात की जा चुकी हैं। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सरकारें भी इस ऐतिहासिक मौके की तैयारी में जुटी हैं।

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News : स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए राहत

दिल्ली से देहरादून आने-जाने वाले यात्रियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं को इस एक्सप्रेसवे से बड़ा फायदा होगा। मसूरी, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंचना बेहद आसान और कम समय में संभव हो जाएगा। साथ ही, व्यापारिक गतिविधियों और लॉजिस्टिक सेक्टर को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में ग्रीन कंस्ट्रक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही, 1 लाख से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं और कई जल संरक्षण परियोजनाएं भी शुरू की गई हैं। यह परियोजना न केवल तेज यात्रा का साधन बनेगी, बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी अहम भूमिका निभाएगी।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का उद्घाटन केवल एक सड़क परियोजना का शुभारंभ नहीं है, बल्कि यह एक नए युग की शुरुआत है जिसमें यातायात, पर्यटन, पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन का आदर्श प्रस्तुत किया गया है। अब बस इंतजार है उस ऐतिहासिक पल का जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हाईटेक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे और देश को एक और शानदार बुनियादी ढांचा सौंपेंगे।

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