
#MeToo की आंच उत्तराखंड की राजनीति में भी झुलसी, भाजपा के वरिष्ठ नेता पर महिला कार्यकर्ता ने लगाया गंभीर आरोप…
देहरादून: मीटू की अाग अब बॉलीवुड के बाद राजनिती तक भी पहुंच गई है। वही अब मीटू की आंच उत्तराखंड की राजनीति में भी झुलस गई है। बता दें कि भाजपा से जुड़ी एक महिला कार्मिक ने संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि अभी मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। इसका पता लगाया जा रहा है। इस मामले में मैं प्रेस वार्ता करुंगा।
इस मामले में पीड़िता का कहना है कि यौन उत्पीड़न से संबंधित कई अहम साक्ष्य उससे साजिश के तहत छीन लिए गए हैं। उसने कहा कि मामले की पुलिस को तहरीर भी दी, मगर मोबाइल की गुमशुदगी दर्ज करके उन्हें टरका दिया गया। पार्टी के कई जिम्मेदार पदाधिकारियों से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। वैसे तो यौन उत्पीड़न में पीड़िता का आरोप ही काफी है, मगर पीड़िता ने अखबार को आरोपों के संबंध में कुछ ऐसा साक्ष्य दिखाए, जो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक किसी को यौन उत्पीड़न का आरोपी मानने के लिए काफी हैं।
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पीड़िता का कहना है कि आरोपित वरिष्ठ पदाधिकारी से वे तब संपर्क में आई जब उन्हें आजीवन सहयोग निधि अभियान के दौरान प्राप्त हुए चेकों की एंट्री करने के लिए प्रदेश भाजपा कार्यालय में भेजा गया था। उस दौरान आरोपी पदाधिकारी उनसे फोन पर बार-बार बातें करते थे। पीड़िता का आरोप है कि पदाधिकारी ने उन्हें कुछ आपत्तिजनक चीजें भेजी और अश्लील हरकत भी की। इसकी शिकायत पार्टी के कई लोगों से की, लेकिन हर किसी ने यही कहा कि वह इतने बड़े व्यक्ति पर झूठे आरोप लगा रही है।