सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में कुम्भ मेला-2021 की तैयारियों से सम्बन्धित बैठक हुई। मुख्य सचिव ने हरिद्वार महाकुंभ 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक एवं अध्यात्मिक मेला बताते हुए मेले के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। और भारत सरकार के स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखते हुए संभावित तीर्थ यात्रियों की संख्या के अनुरूप शौचालयों, स्नानघरों निर्माण एवं उनमें पानी की निकासी एवं सफाई व्यवस्था तथा रखरखाव का प्राविधान कार्ययोजना में सम्मिलित करने के निर्देश दिए।
कुंभ मेले हेतु प्रतीक चिन्ह् (लोगो) तय करने की चर्चा के दौरान मेलाधिकारी दीपक रावत द्वारा विभिन्न प्रतिभागियों, ऐजेंसियों द्वारा उपलब्ध कराये गये 30 प्रतीक चिन्ह्ों का अवलोकन कराया गया, जिसपर मुख्य सचिव द्वारा चयन हेतु एक स्क्रीन कमेटी गठन के निर्देश दिए गए। जिसके लिए अलग से शीघ्र बैठक बुलाने के निर्देश दिए गए एवं अन्य प्रतीक चिन्हों को भी स्क्रीनिंग कमेटी में रखने के निर्देश दिये गये।
मुख्य सचिव ने अखाड़ा से सम्बन्धित अस्थायी निर्माण कार्यों को संपादन हेतु ग्राम्य विकास अभिकरण को कार्यदायी संस्था के रूप में नामित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अखाड़ों के शाही स्नान के दौरान संभावित भीड़ को देखते हुए ठोस कार्ययोजना के तहत कार्य करने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिए।