मनीष गुप्ता मर्डर केस : पीड़ित परिवार से मिले CM योगी, पत्नी मीनाक्षी ने बताया क्या हुई बात | Nation One
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता के परिवार से मुलाकात की। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में एक होटल में पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। सीएम योगी ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की और उन्हें इंसाफ दिलाने का पूरा भरोसा दिया।
इस मुलाकात के बाद मीनाक्षी ने बताया कि सीएम ने एक गार्जियन की तरह उनकी बातों को सुना। उन्हें इंसाफ का भरोसा दिलाया।
इसके अलावा सीएम योगी ने बेटे की पढ़ाई का खर्चा उठाने और मीनाक्षी को सरकारी नौकरी देने का वादा भी किया। उन्हें विकास प्राधिकरण में ओएसडी की नौकरी दी जाएगी। साथ ही राहत राशि को भी 10 लाख रुपये से बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है।
बता दें कि कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों के साथ गोरखपुर के एक होटल में ठहरे हुए थे। तभी रात में रामगढ़ताल थाने की पुलिस चेकिंग के लिए वहां पहुंची। पुलिस ने आईडी कार्ड मांगा। मनीष के दोस्तों ने आईडी दिखा दी, लेकिन उस वक्त मनीष सो रहे थे।
आरोप है कि मनीष ने बस इतना कहा कि ये कौन सा समय है चेकिंग करने का। इस पर पुलिस वाले भड़क गए और मनीष की पिटाई कर दी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी का आरोप है कि चेकिंग के दौरान ही पुलिसकर्मियों ने मनीष की पिटाई की थी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मनीष के शरीर पर गहरे चोट के निशान मिले हैं।
मनीष गुप्ता के शरीर पर 4 गंभीर चोटों के निशान मिले। सिर के बीच में आई 5×4 सेंटीमीटर की चोट जानलेवा साबित हुई।
इसके साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मनीष गुप्ता के दाहिने हाथ की कलाई पर डंडा मारने का निशान है। दाहिने हाथ की बांह पर भी डंडे से पिटाई के निशान है और बांए आंख की ऊपरी परत पर चोट के निशान है।
मनीष गुप्ता की पिटाई के बाद मौत के मामले में जिन छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है, उनके नाम सामने आ गए हैं।
इस मामले में रामगढ़ताल थाने के एसएचओ जगत नारायण सिंह के साथ अक्षय मिश्रा, विजय यादव, राहुल दुबे, कांस्टेबल कमलेश यादव और प्रशांत कुमार को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में केस तो दर्ज कर लिया गया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।