इस साल के आखिरी मन की बात को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा पर परोक्ष रूप से चिंता जाहिर की।
उन्होंन कहा कि हमारे देश के युवा अराजकता के खिलाफ हैं। इनसे देश को बहुत उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि हम सब अनुभव करते हैं कि यह पीढ़ी बहुत प्रतिभाशाली है।
यह सोशल मीडिया का युग है। लोग सिस्टम को फॉलो भी करते हैं और अगर सिस्टम सही काम न करे तो बेचैन भी होते हैं और सवाल भी करते हैं।
हमारे देश के युवाओं को अराजकता के प्रति नफरत है, वे भेदभाव को पसंद नहीं करते।
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 की विदाई के पल हमारे समाने हैं, अब हम न सिर्फ नए साल में प्रवेश करेंगे, बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे।
इसमें देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है।