शीशमबाड़ा ट्रंचिगं ग्राउंड के खिलाफ रविवार को स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। सेलाकुई शिव मंदिर से लेकर शीशमबाड़ा ट्रंचिंग ग्राउंड तक लोगों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। क्षेत्र के लोगों ने मौके पर पहुंचे एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री से लेकर देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। इसमें ट्रंचिंग ग्राउंड को तत्काल बंद करने की मांग करते हुए ऐसा न होने पर 27 फरवरी से व्यापक स्तर पर आंदोलन करने का ऐलान किया है। लोगों ने इस दौरान सभी तरह के चुनावों का बहिष्कार करने की भी धमकी दी है।
लोगों का कहना है कि शीशमबाड़ा ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण शुरू होने के बाद से ही सेलाकुई, झाझरा, सुद्धोवाला, रामपुर सहसपुर से लेकर आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों में लोगों का रहना दूभर हो गया है। ट्रंचिंग ग्राउंड से निकलने वाली दुर्गंध ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। यहां तक की दुर्गंध से क्षेत्र में अज्ञात बीमारियां फैलनी शुरू हो गयी हैं। लोगों के सिरदर्द, सिर भारी होना, बदन दर्द जैसी बीमारियां होने लगी है।
बढ़ती जा रही दुर्गंध से लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है। गुस्साई सेलाकुई क्षेत्र की जनता का गुस्सा रविवार को सड़कों पर फूट पड़ा। बड़ी संख्या में लोग सेलाकुई शिव मंदिर पर बैनर पोस्टरों को लहराते हुए एकत्रित हुए। वहां से पैदल मार्च करते हुए लोग प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए शीशमबाड़ा ट्रंचिंग ग्राउंड पहुंचे। वहां एक बार फिर लोगों ने ट्रंचिंग ग्राउंड को हटाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की।
मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को किया ज्ञापन प्रेषित
इस दौरान व्यवस्था को बनाये रखने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। मौके पर पहुंचे एसडीएम विकासनगर जितेंद्र कुमार के माध्यम से लोगों ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें लोगों ने तत्काल ट्रंचिंग ग्राउंड को बंद करने या अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग की। कहा कि ट्रंचिंग ग्राउंड से जिस तरह ठंड के मौसम में दुर्गंध आने के साथ बीमारियां फैलनी शुरू हो गयी हैं। ऐसे में गर्मियों के मौसम में क्षेत्र वासियों का जीना मुहाल हो जायेगा।
लोगों ने चेतावनी दी है कि 27 फरवरी तक ट्रंचिंग ग्राउंड को बंद नहीं किया जाता है तो उसके बाद पूरे क्षेत्र की जनता व्यापक स्तर पर आंदोलन करेगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन में लोगों ने क्षेत्र में होने वाले निकाय सहित अन्य सभी चुनावों के बहिष्कार की धमकी दी है।