गैरसैंण को लेकर हरीश रावत की पहाड़़ यात्रा शुरू
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के गैरसैंण का रुख करने से गैरसैंण का मुद्दा फिर से गरमा सकता है। विधानसभा चुनाव से पहले गैरसैंण भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के मुख्य एजेंडे में शामिल था। दोनों ही दलों की तरफ से जताया जा रहा था कि सरकार के गठन के बाद पर्वतीय राज्य की स्थाई राजधानी का मामला पूरी तरह सुलझा दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बुधवार को पहाड़ की तरफ रवाना हो गए। उन्होंने कहा कि गैरसैंण, ऋषिकेश, श्रीनगर, देवप्रयाग, कीर्तिनगर, रुद्रप्रयाग, गौचर, सिमली, आदिबद्री, कर्णप्रयाग, चौखुटिया आदि क्षेत्रों में जनता और कांग्रेस कार्यकताओं से सीधा संवाद करूंगा। राज्य के अपने एजेंडे जिसमें पहाड़ की मूलभूत समस्याओं पर जो फोकस किया गया था उसको मजबूत बनाया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अब गैरसैंण के मुद्दे पर पूरी तरह मैदान में उतरना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र न बुलाना जनभावनाओं का अपमान है। इससे पहले कांग्रेस भवन में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने हरी झंडी दिखाकर उनको रवाना किया। इससे पहले उन्होंने काग्रेस भवन में लगी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर पुष्प भी अर्पित किए।