Ghaziabad : गैंगरेप और रॉड डालने की कहानी निकली झूठी, 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी के लिए रची कहानी | Nation One
Ghaziabad : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक नर्स के साथ 16 अक्टूबर को हुए कथित गैंगरेप में होश उड़ाने वाला खुलासा हुआ है। इसे मामले को दिल्ली के बहुचर्चित ‘निर्भया गैंग रेप’ की तर्ज पर उछाला गया था।
मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक मामला गर्म था। लेकिन जब पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन शुरू की, तो नर्स की कहानी सुनकर वो हैरान रह गई।
दरअसल, ये गैंगरेप एक फिल्मी स्क्रिप्ट की तर्ज पर लिखी गई काल्पनिक घटना थी, जिसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं था। यानी पूरा मामला झूठ निकला।
मेरठ रेंज के IG प्रवीण कुमार ने गुरुवार को जब प्रेस कान्फ्रेंस करके मामले का खुलासा किया, तो मीडिया भी चौंक पड़ी। महिला के साथ कोई गैंग रेप नहीं हुआ था।
बता दें कि महिला के दोस्त आजाद ने 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी के विवाद का हल निकालने यह साजिश रची थी। पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड आजाद सहित उसके दोस्त गौरव और अफजाल को अरेस्ट किया है।
Ghaziabad : समझिए पूरा केस
20 अक्टूबर को पुलिस लाइन में मेरठ रेंज के IG प्रवीण कुमार और SSP मुनीराज जी. ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि महिला का दिल्ली के शाहदरा में 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी को लेकर गैंगरेप के नामजद आरोपियों से विवाद था।
साल-2021 में महिला के दोस्त आजाद ने ये प्रॉपर्टी समीना नाम की महिला से ली थी। इसी मामले को लेकर गैंग रेप की ये झूठी कहानी रची गई थी, ताकि पांचों लोगों को जेल भेजकर जमीन हथियाई जा सके।
आजाद ने विवादित जमीन की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दीपक जोशी के नाम कर दी थी। दीपक ने फरवरी-2022 में इसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी नर्स के नाम कर दी थी। प्रॉपर्टी पर कब्जे को लेकर दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में मामला चल रहा है।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली निवासी 36 वर्षीय महिला (कथित रेप पीड़िता) एक बड़े हॉस्पिटल में नर्स है। पुलिस को दर्ज कराई FIR में कहा गया कि पीड़िता 16 अक्टूबर की शाम अपने भाई के बर्थडे पार्टी में गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में आई थी। खाना खाने के बाद भाई ने उसे आश्रम रोड पर ऑटो में बैठने के लिए छोड़ दिया था। तभी से महिला गायब थी।
18 अक्टूबर को नर्स नंदग्राम इलाके में उसी जगह पर सड़क किनारे बेहोश पड़ी मिली थी। उसे पुलिस ने दिल्ली के GTB हॉस्पिटल में भर्ती कराया। नर्स के भाई ने दिल्ली के दीनू, शाहरुख, जावेद, धोला और औरंगजेब उर्फ जहीर के खिलाफ FIR लिखवाई थी।
Ghaziabad : देशभर में इसकी चर्चा
FIR में पांचों पर गैंगरेप, प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने और हाथ-पैर बांधकर बोरी में भरकर फेंकने जैसा जघन्य आरोप लगाया गया था। चूंकि मामला संगीन था और देशभर में इसकी चर्चा होने लगी थी, लिहाजा पुलिस ने कोई कोताही नहीं बरती और पांचों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
महिला और उसके दोस्त आजाद की साजिश थी कि दूसरे पक्ष के जेल जाते ही वो जमीन पर कब्जा कर लेगा। आजाद दिल्ली में वैलकम थाना क्षेत्र स्थित कबीरनगर में रहता है। आजाद ने ही कथित गैंगरेप की ये कहानी लिखी थी। आजाद ने साजिश में अपने दोस्त गौरव और अफजाल को साथ ले लिया था।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि महिला प्लानिंग के तहत गाड़ी में बैठकर गायब हुई थी। लेकिन जब पुलिस ने आजाद को अरेस्ट किया और उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स-लोकेशन चेक की, तब सच्चाई सामने आ गई। आजाद ने झूठे गैंगरेप को सच दिखाने कई लोगों को मैसेज किए थे।
नर्स ने गाजियाबाद पुलिस को बताया था कि वो नंदनगरी दिल्ली निवासी है। लेकिन ये पता उसकी बहन का निकला। पीड़िता अपना मोबाइल नंबर देने से भी बच रही थी। हालांकि उसके सही पते तक पहुंचने में कामयाब रही।
महिला जानबूझकर GTB दिल्ली में ही भर्ती कराने की जिद कर रही थी। वो किसी दूसरे हॉस्पिटल में इलाज के लिए तैयार नहीं थी।
पहले पुलिस उसे सीधे MMG हॉस्पिटल ले गई थी। वहां से उसको मेरठ मेडिकल के लिए रेफर कर दिया। लेकिन पीड़िता ने GTB दिल्ली ले जाने की जिद पकड़ ली थी।
Ghaziabad : पिछले 10 से ज्यादा साल से बतौर नर्स काम कर रही
जबकि नियम के अनुसार ऐसे मामलों में इलाज गाजियाबाद के हायर सेंटर मेरठ मेडिकल में ही होना चाहिए। जांच में सामने आया कि पीड़िता GTB में पिछले 10 से ज्यादा साल से बतौर नर्स काम कर रही है। इसलिए उसे यहां अपनी झूठी कहानी को सच साबित करने का मौका मिल जाता।
डॉक्टरों ने नर्स के प्राइवेट पार्ट में रॉड नहीं, टंग क्लीनर जैसा तार निकाला। हॉस्पिटल के प्रवक्ता रजत जांबा ने बताया कि यह सच है कि पीड़िता का सेक्सुअल असॉल्ट हुआ है।
उसके बाहरी चोटें हैं। गाजियाबाद पुलिस ने कहा कि महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड नहीं मिला, बल्कि 6 इंच लंबा लोहे का तार निकला, जो यू शेप में है। यह टंग क्लीनर जैसा है।
कथित पीड़िता का भाई पेशे से ऑटो ड्राइवर है। उसने पुलिस को बताया था-“16 अक्टूबर को उसकी बहन बर्थडे पार्टी में आई थी।
पार्टी खत्म होने के बाद मैंने रात साढ़े 9 बजे उसे दिल्ली आश्रम रोड के पास नंदग्राम हाईवे पर छोड़ा था। वो वहां पर ऑटो रिक्शा का इंतजार कर रही थी।
इसके बाद रात साढ़े 11 बजे मेरे भांजे का फोन आया तो उसने बताया कि मम्मी घर नहीं पहुंची है। इसके बाद हमने उसकी तलाश शुरू की।”
Ghaziabad : स्वाति मालिवाल को भी हस्तक्षेप
कथित पीड़िता के भाई ने बताया कि उसकी बहन 16 अक्टूबर की रात को लापता हुई थी और दो दिन बाद 18 अक्टूबर की सुबह मिली।
वो दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (GTB) अस्पताल में नर्स है। उसको उम्मीद थी कि वहां बेहतर इलाज मिल सकता है। इसलिए उसने इसी अस्पताल में इलाज कराना बेहतर समझा।
इस मामले में दिल्ली महिला आयोग(DCW) की चेयरपर्सन स्वाति मालिवाल को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था। मामला सामने के बाद उन्होंने एक tweet करके लिखा था-“दिल्ली की लड़की गाजियाबाद से रात में वापस लौट रही थी, उसे जबरन गाड़ी में उठा ले गए।
5 लोगों ने 2 दिनों तक बलात्कार किया। उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड घुसा दी। सड़क किनारे बोरी मे मिली, तब भी रॉड उसके अंदर थी। अस्पताल में जिंदगी के लिए लड़ रही है। SSP गाजियाबाद को नोटिस इश्यू किया गया है।”