![रुड़की का रहने वाला DRDO इंजीनियर निशांत जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, मिला था ‘यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड’](https://nationone.tv/wp-content/uploads/2018/10/08_10_2018-nishant-aggarwal_18512201_18276157.jpg)
रुड़की का रहने वाला DRDO इंजीनियर निशांत जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, मिला था ‘यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड’
देहरादून : नागपुर के ब्रह्मोस यूनिट से एक ISI एजेंट को यूपी ATS ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ISI एजेंट उत्तराखंड के रुड़की का रहने वाला है। रुड़की गंगनहर पुलिस ने निशांत के पिता से एक लैपटॉप बरामद कर अपने कब्जे में लिया है। कानपुर से हिजबुल आतंकी कामरुज्जमा की गिरफ्तारी के बाद यूपी ATS ने जासूसी के शक में ब्रह्मोस यूनिट के वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया है। एजेंट निशांत अग्रवाल दूसरे देशों को जरूरी जानकारियां लीक कर रहा था।
ज़रूर पढ़ें : क्या आप जानते है बॉलीवुड के विलेन्स के बेटे करते है अपने पिता से कुछ अलग काम…
मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाला है निशांत…
निशांत, मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं और पिछले पांच साल से DRDO की नागपुर यूनिट में काम कर रहे हैं। ATS टीम जांच के लिए निशांत अग्रवाल को उनके आवास पर ले गई। यूपी ATS के आईजी असीम अरुण ने कहा है कि निशांत के कंप्यूटर से बहुत संवेदनशील जानकारी सामने आई है। असीम के मुताबिक निशांत के फेसबुक पर पाकिस्तानी लोगों से बातचीत के भी सबूत सामने आए हैं।
निशांत अग्रवाल को हाल ही में ‘यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड’…
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ब्रह्मोस इंजीनियर निशांत अग्रवाल को हाल ही में ‘यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड’ दिया गया था। इस बात की पुष्टि खुद निशांत की फेसबुक प्रोफाइल से होती है। जिसमें उसने साफ-साफ लिखा कि उसे बेहतर काम करने की एवज में अवॉर्ड मिला है। इतना ही नहीं फेसबुक से ही पता चलता है कि निशांत को इस साल (2018) की शुरुआत में प्रमोशन मिला।
ब्रह्मोस का पहल सफल लॉन्च 12 जून, 2001…
ब्रह्मोस कम दूरी की सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। यह कम ऊंचाई पर तेजी से उड़ान भरती है और इस तरह से रडॉर की आंख से बच जाती है। ब्रह्मोस का पहल सफल लॉन्च 12 जून, 2001 को हुआ था। इसका ओडिशा के चांदीपुर तट से परीक्षण किया गया था। इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है। ब्रह्मोस मिसाइल आवाज की गति से करीब तीन गुना गति से हमला करने में सक्षम है। फाइटर जेट से मार करने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल के इस परीक्षण को बेहद मारक क्षमता वाला कहा जा रहा है।
एयरक्राफ्ट्स को दूर से ही निशाना बनाने में सक्षम…
हवा से जमीन पर मार करने वाले ब्रह्मोस मिसाइल का दुश्मन देश की सीमा में स्थापित आतंकी ठिकानों पर हमला बोलने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह मिसाइल अंडरग्राउंड परमाणु बंकरों, कमांड ऐंड कंट्रोल सेंटर्स और समुद्र के ऊपर उड़ रहे एयरक्राफ्ट्स को दूर से ही निशाना बनाने में सक्षम है।