पूज्य संत पं. देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी का देवलोक गमन, कटनी आश्रम में ली अंतिम सांस | Nation One

गृहस्थ योगी संत देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी का रविवार को निधन हो गया। पूर्व मंत्री संजय  पाठक ने इस बात की जानकारी ट्वीट के जरिए दी। दद्दा जी लीवर और किडनी की बीमारी से ग्रसित थे। उन्होंने कटनी स्थित आश्रम में अंतिम सांस ली। दद्दा जी के निधन से उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई।

बता दें की दद्दा जी का दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में इलाज चल रहा था। स्थिति खराब होने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से बीते शुक्रवार को कटनी स्थित आश्रम लाया गया था। आश्रम में ही उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया था। पंडित देव प्रभाकर शास्त्री उर्फ दद्दा जी मध्प्रदेश में एक ऐसे नाम थे, जिनके शिष्य बॉलीवुड अभिनेता से लेकर प्रदेश के बड़े नेता तक थे।

दद्दाधाम स्थित श्रीकृष्ण वृद्धाआश्रम में दोपहर में उनके पुत्र ने उन्हें अंतिम मुखाग्नि दी। उससे पहले अंतिम दर्शन के लिए आश्रम में ही पार्थिव शरीर को रखा गया था। अंतिम विदाई की घड़ी में हजारों लोगों की भीड़ आश्रम परिसर में मौजूद थी। दद्दाजी के पार्थिव शरीर को पूर्व मंत्री संजय पाठक और बॉलीवुड अभिनेता आशुतोषा राणा ने कंधा दिया।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ‘दद्दा जी’ के निधन पर अपने ट्विटर पर लिखा कि “मध्यप्रदेश के महान संत, आध्यात्मिक गुरु, लाखों लोगों के जीवन को दिशा देने वाले, ऐसे महात्मा जिनका सम्पूर्ण जीवन पीड़ित मानवता की सेवा में समर्पित था, जिन्होंने अपनी आध्यात्मिक शक्ति और आशीर्वाद से लोगों की ज़िंदगी बदल दी, ऐसे पूजनीय दद्दाजी के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने ने ‘दद्दा जी’ के निधन पर अपने ट्विटर पर लिखा कि , “गृहस्थ योगी संत देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के दुःखद निधन का समाचार मिला। शिवलिंग निर्माण की बात हो या मानव सेवा और परोपकार की, दद्दा जी ने सदैव समाज और धर्म के लिये जीवनपर्यन्त अपना अमूल्य योगदान दिया।” उनका निधन एक ऐसी क्षति है जो सदैव अपूरणीय रहेगी।

आपको बता दें कि संत दद्दा जी के शिष्यों में नामचीन हस्तियां शामिल हैं। राजनीतिज्ञों से लेकर फिल्मी कलाकार तक उनके शिष्य हैं। मशहूर अभिनेता आशुतोष राणा और राजपाल यादव दद्दा जी के प्रमुख शिष्य रहे हैं। राजनीति में मध्य प्रदेश के वर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय भी दद्दा जी के शिष्य रहे हैं।