जलियावाला बाग में यात्रियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा टिकट लगाने को लेकर कांग्रेस करेगी आंदोलन
13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियावाला बाग में हुए खूनी सके में शहीद हुए शहीदों को श्रदांजलि देने के लिए कई पर्यटक हर रोज अमृतसर पहुंचते है। लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा जलियावाला बाग के बाहर काउंटर बनाया जा रहा है और इस काउंटर के जरिए जलियावाला बाग जाने वाले पर्यटकों को टिकट लेनी पड़ेगी।
आज इस टिकट का विरोध जलियावाला बाग में शहीद हुए शहीदों के परिजनों ने किया। शहीदों के परिवार वालो का कहना है कि उनके परदादा ने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी, लेकिन सरकार की तरफ से आज भी उन्हें शहीदी का दर्जा नही दिया गया और अब केंद्र सरकार की तरफ से टिकट लगाने जा रही है जो कि गलत है। उनका कहना है कि वह इस का विरोध करते है और अगर ऐसा फैंसला वापिस न लिया गया तो वह पर्दर्शन करेंगे क्योंकि यहां पर्यटक शहीदों को श्रदांजलि देने के लिए आते है, ऐसे में उनसे टिकट लेना गलत है।
इस मौके पर शाहिद परिवारों के साथ कांग्रेस विधायक डॉ. राजकुमार ने भी इस टिकट का विरोध किया डॉक्टर राजकुमार के मुताबिक ये जजिया टैक्स है जो केंद्र सरकार की तरफ से लगाया जा रहा है। वह 15 दिन का समय केंद्र सरकार को देते है और अगर ये जजिया टैक्स वापिस न लिया गया तो वह पर्दर्शन करेंगे।