अलीगढ़ में धमाके से थर्राया खटीकान, कांग्रेस नेता को भाजपाइयों ने पीटा | Nation One
अलीगढ़ः शहर में देहली गेट के पास खटीकान मुहल्ले में अचानक तेज धमाके से पूरा इलाका थर्रा गया, जिससे चारों तरफ धुंध और चीख पुकार मच गई. विस्फोट के बाद का यह भयावह नजारा देखकर हर कोई सहम गया. इधर, घटनास्थल पर पहुंचे कांग्रेस नेता विनोद पांडेय को भाजपा के लोगों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पांडेय वहां धरना पर बैठकर न्याय की मांग कर रहे थे.
खटीकान चौराहे के पास खटीक समाज के लोग बरसों से रह रहे हैं. फैक्ट्री भी पांच दशक पुरानी है. इसके इर्द-गिर्द और सामने पक्के और बहुमंजिला मकान बने हुए हैं. करीब दो हजार गज में बनी फैक्ट्री के 200 गज के दायरे में काम होता है. बाकी जगह खाली रहती है. कुछ मशीनें रखी हुई हैं. बाहर तीन जमीन खाली है. फैक्ट्री की बनावट भी पुरानी है. एक संकरे गलियारे से बाह मुख्य सड़क पर आने का रास्ता है. आबादी घनी है.
मंगलवार शाम जब तेज धमाका हुआ है तो धमाके के बाद चारों ओर धुआं भर गया था. किसी को कुछ दिखाई तक नहीं दे रहा था. लोग आधा घंटा तक यही नहीं समझ पाए कि आखिर बिस्फोट हुआ कहां है. चीख-पुकार सुनकर फैक्ट्री की ओर लोग दौडऩे लगे. कोई कुछ समझ ही नहीं पाया कि आखिर माजरा क्या है. फैक्ट्री के पीछे गली में एक घर की छत पर बैठे जैकी बताते हैं कि हम तो डर गए. घर फैक्ट्री के बगल में है. भागकर गया. गली में भीड़ थी. फैक्ट्री में मलबा पड़ा था. लोग अपनों को मलबे में तलाश रहे थे. कुछ देर में बचाव दल आ गया और सबको हटाने लग गया. एक के बाद एक मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया. मैं आधे घंटा तक सन्ना रहा. थाने के कंप्यूटर कक्ष में मुंशी काम कर रहे थे. तेज धमाके से खिड़की बंद हो गईं. वे कुछ समझ नहीं पाए. मोबाइल की दुकान के संचालक सोनू धमाके के तुंरत बाद वे घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े. हाहाकार मच गया था. लगा कि भूचाल आ गया है. वे भी मलबे से लोगों को निकालने में जुट गए. देररात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था.
धमाका इतना तेज था कि मलबे की ईंटें दूर जाकर गिरीं. आसपास के छह-सात घरों में ईंटों के छोटे टुकड़े धंस गए. तीन मकानों के शीशे टूट गए. ईंटें घरों के अंदर तक चली गईं. लोग जैसे बैठे थे, वैसे ही उठकर भागने लगे.
इधर, हादसे की खबर पाकर कांग्रेस नेता विनोद पांडेय अपने कुछ साथियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे. पहले फैक्ट्री के मलबे के पास जाकर लोगों से बातचीत की. वहां खड़े अधिकारियों से भी हाल लिया. फिर बाहर आकर अचानक सड़क पर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. न्याय दो के नारे भी लगाए. दो मिनट बाद ही कुछ लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका. फिर भी नहीं माने और लगातार नारे लगाते रहे.
इस पर लोगों ने ऐसे माहौल में भी राजनीति न करने के लिए कहा और फिर पीटना शुरू कर दिया. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद विनोद यहां से जान बचाकर भागने लगे तो लोगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. कपड़े तक फाड़ डाले. विनोद पांडेय ने कहा है कि वह पीडि़त लोगों को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे तो भाजपा के लोगों ने पीटना शुरू कर दिया. पुलिस के सामने उन पर हमला हुआ है. काफी चोट आईं हैं. एसपी सिटी ने कार्रवाई का भरोसा दिया है. हालांकि बाद में पुलिस ने लोगों को वहां से हटा दिया.