उत्तरप्रदेश के कानपुर में जीका वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद पूरी यूपी का स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है। इसके चलते विभाग ने मंगलवार को प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए सभी सीएमओ और सीएमएस को पत्र भेज कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
जारी निर्देशों में यह भी कहा गया है कि जांच के बाद वायरस से संक्रमित मरीज के निवास से 3 किलोमीटर की रेंज में रहने वालों की भी जांच की जाएगी।
जीका वायरस को लेकर यूपी के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हुए निर्देशों के अनुसार, अस्पताल में भर्ती हुए बुखार से ग्रसित मरीजों को पेशाब में जलन और अन्य समस्याएं होने पर जीका वायरस की जांच कराई जाएगी। गर्भवती महिलाओं की लक्षण के आधार पर जांच होगी।
जांच रिपोर्ट में मरीजों के भीतर जीका वायरस का लक्षण मिलने पर पॉजिटिव मरीज को 14 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रखा जाएगा। इसके साथ ही पॉजिटिव आए मरीज के निवास से 3 किलोमीटर की रेंज में रहने वालों की भी जांच की जाएगी।
जीका वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए उत्तरप्रदेश का स्वास्थ्य महकमा जोरों शोरों से तैयारी में लग गया है। यूपी में बीते रविवार को जीका वायरस ने दस्तक दे दी थी।
रविवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया था। पहली बार जीका वायरस के लक्षण कानपुर के एक एयरफोर्स अधिकारी में मिले। जिसके बाद इस रोगी को सेवन एयरफोर्स अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाया गया।
जहां उनके परिजनों को भी रोगी से मिलने की इजाजत नहीं है। जीका वायरस मरीज मिलने के बाद पूरा महकमा तैयारी में जुट गया है और सभी जिलों में जीका की रोकथाम और संबंधित मरीज मिलने पर दी जाने वाली दवाइयों का स्टॉक भी करने में लग गया है।