दिल्ली के रेलवे स्टेशनों के साथ ही देश के 200 बड़े स्टेशनों पर महिलाओं को पर्यावरण अनुकूल व सस्ती सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध होगी। इसके लिए स्टेशनों और रेल परिसरों में सेनेटरी नैपकिन डिस्पेंसर मशीन लगाने की योजना है। वहीं, रेलवे महिला कल्याण केंद्रीय संगठन (आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ) द्वारा दिल्ली में ‘दस्तक’ नाम से इस तरह की सस्ती सेनेटरी नैपकिन तैयार की जा रही है।
रोजाना 400 नैपकिन की जा रही तैयार
दिल्ली के सरोजनी नगर स्थित रेलवे कॉलोनी में आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ ने एक जनवरी को सेनेटरी पैड बनाने की इकाई शुरू की। फिलहाल यहां रोजाना 400 नैपकिन तैयार की जा रही हैं। इसकी क्षमता बढ़ाने के साथ ही देश के अन्य हिस्से में भी इस तरह की इकाई स्थापित की जाएगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को इस इकाई का दौरा किया। उन्होंने इस प्रयास की सराहना की और कहा कि रेलवे को इस तरह के सामाजिक कार्यो को बढ़ावा देना चाहिए।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि नई दिल्ली एवं भोपाल रेलवे स्टेशन, उत्तर रेलवे के मुख्यालय बड़ौदा हाउस तथा अन्य रेल परिसरों में सेनेटरी नैपकिन डिस्पेंसर लगा दिए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस तक महिला रेल कर्मचारियों, यात्रियों एवं कमजोर वर्ग की महिलाओं के लाभ के लिए लगभग 200 बड़े एवं मार्गस्थ रेलवे स्टेशनों तथा रेलवे परिसरों को इस योजना द्वारा कवर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर रेल मंत्री की पत्नी सीमा गोयल, आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की अध्यक्ष अरुणिमा लोहानी, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेश चैबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।