PCOS महिलाओं की Mental Health को भी कर सकता है प्रभावित, जानें लक्षण | Nation One
PCOS : पॉलीसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम (पीसीओएस) महिलाओं में होने वाली एक आम हार्मोनल समस्या है. यह अंडाशय में कई छोटे-छोटे सिस्ट बनने का कारण बनता है, जिससे अंडाशय ठीक से काम नहीं कर पाते हैं. पीसीओएस न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि महिलाओं की मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
PCOS क्या है?
पीसीओएस यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, जिसमें हार्मोंन्स के असंतुलित होने के कारण उनके फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इस समस्या से पीड़ित महिलाओं में तनाव और डिप्रेशन के लक्षण भी देखने को मिलते हैं. ऐसे में इसके बारे में जानना बेहद जरूरी है.
PCOS के लक्षण
- महिलाएं अपने शरीर को लेकर नकारात्मक महसूस कर सकती हैं, खासकर अगर उन्हें लगता है कि वे ज्यादा वजन वाली हैं.
- शारीरिक बदलाव जैसे वजन बढ़ना और मुंहासे, सेल्फ कॉन्फिडेंस को कम कर सकते हैं.
- पीसीओएस से संबंधित तनाव और चिंता रिश्तों में तनाव पैदा कर सकती है.
- पीसीओएस से परेशान महिलाओं में सेरोटोनिन का लेवल कम हो जाता है. सेरोटोनिन को हैप्पी हार्मोन कहा जाता है. जिसकी कमी से महिलाएं लो फील करने लगती हैं.
PCOS : बचाव के उपाय
- बढ़ते वजन को कंट्रोल करने से पीसीओएस की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
- रोजाना एक्सरसाइज करने से शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है.
- ध्यान और योग करने से एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है. साथ ही तनाव को कम किया जा सकता है.
- अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें. इससे पीसीओएस के लक्षणों को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है.
- यह अंडाशय से हार्मोन के उत्पादन को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.
- चिकित्सा और दवाएं डिप्रेशन और चिंता जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं.
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