आईएसबीटी से घंटाघर तक अवैध कब्जों पर चली जेसीबी
देहरादून
देहरादून शहर में आईएसबीटी से लेकर घंटाघर तक वर्षों पुराने अतिक्रमण को गुरुवार को जिला प्रशासन ने दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर ढहा दिया। अतिक्रमण हटाने के इस बड़े अभियान का जमकर विरोध किया गया, लेकिन प्रशासन ने किसी की नहीं सुनी और घंटाघट के आसपास लगभग छह क्षेत्रों में अवध कब्जे हटा दिए। व्यापारी नेताओं और राजनीतिक दलों के लोगों ने प्रशासन के समक्ष विरोध जताया, लेकिन सुबह करीब छह बजे शुरू हुआ अभियान दोपहर बाद तक बिना रुके चलता रहा। बताया जा रहा है कि प्रशासन की टीम ने शहर में 375 कब्जों को हटाया।
करीब एक माह पहले शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने आईएसबीटी से लेकर घंटाघर तक सड़क को मॉडल रोड के रूप में बनाने के निर्देश अफसरों को दिए थे। कौशिक ने सड़क से अवैध कब्जे हटाने के लिए समय सीमा तय कर दी थी। इस निरक्षण के अधिकारियों ने आईएसबीटी से लेकर घंटाघर तक रोड पर अवैध कब्जे चिह्नित कर दिए थे। इसके बाद भी अतिक्रमण को नहीं हटाया गया। इस पर जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की व्यवस्था बना ली थी और गुरुवार सुबह प्रशासन के अफसर दल बल के साथ घंटाघर के पास जुट गए। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की टीमें बनाकर छह मजिस्ट्रेटों को तैनात कर दिया था। सुबह करीब छह बजे से अलग-अलग क्षेत्रों में एकसाथ अभियान शुरू कर दिया गया।
अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह के नेतृत्व में घंटाघर पर अभियान शुरू किया गया। तीन जेसीबी से साथ अतिक्रमण हटाओ दस्ता घंटाघर पर पहुंचा तो वहां व्यापारी जमा होने लगे। एडीएम के आदेश पर कर्मचारियों ने घंटाघर के सामने पल्टन बाजार की तरफ बनी दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। कुछ देर में व्यापारी नेता उमेश अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, विशाल गुप्ता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जिला प्रशासन की कार्रवाई करते हुए कहा कि दुकानदार कई साल से यहां पर काबिज हैं, इसलिए उनको हटाना सही नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात नहीं सुनी।एडीएम का कहना था कि अतिक्रमण हर हाल में हटाया जाएगा। इसके बाद दस्ता दर्शनलाल चौक पहुंचा। यहां पर व्यापारी कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गए, लेकिन जब उनकी एक नहीं चली तो धरना खत्म कर दिया। दर्शनलाल चौक पर भी दस्ते ने सड़क पर आई दुकानों को पीछे कर दिया। यहां पर एक पुरानी इमारत के कुछ हिस्से को भी ढहा दिया गया। एक एटीएम की दीवार को भी हटा दिया। इसी तरह माजरा, आईएसबीटी, सहारनपुर चौक, प्रिंस चौक पर भी जिला प्रशासन की टीम ने कई दुकानों को ढहा दिया। इन क्षेत्रों में भी व्यापारियों ने विरोध किया, लेकिन उनका विरोध ज्यादा देर तक नहीं चल सका।