हरक सिंह रावत की हुई जीत, सरकार ने शमशेर सिंह सत्याल को कर्मकार बोर्ड अध्यक्ष पद से हटाया | Nation One

उत्तराखंड में कर्मकार बोर्ड में चली आ रही उठापटक के बीच सरकार ने आखिरकार बोर्ड से शमशेर सिंह सत्याल को हटाने का फैसला कर लिया है। इसके बोर्ड की सचिव मधु चौहान को भी हटाए जाने का फैसला लिया गया है।

अब माना जा रहा है कि कर्मकार कल्याण बोर्ड में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई आखिरकार खत्म होने जा रही है।

क्या था पूरा मामला ?

बता दें कि 2017 में भाजपा सरकार बनने के बाद से श्रम मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देख रहे थे।

लेकिन कर्मकार कल्याण बोर्ड पिछले साल सुर्खियों में उस समय आया जब तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देशों के क्रम में शासन ने डॉ. हरक सिंह रावत को अध्यक्ष पद से हटाकर शमशेर सिंह सत्याल को अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था।

यह भी जानकारी मिली है कि सत्याल को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का करीबी माना जाता रहा है। जिस पर श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने सख्त नाराजगी जताई थी, लेकिन उस समय सरकार के निर्णय के अनुरूप शासन ने बोर्ड का नए सिरे से गठन कर दिया था।

इसके बाद सत्याल की अध्यक्षता वाले बोर्ड ने हरक सिंह रावत वाले बोर्ड के फैसले पलट दिए। साथ ही बोर्ड के तमाम कार्यों में नियमों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इसका स्पेशल आडिट कराने का निर्णय लिया था। हालांकि उस समय इसे टाल दिया गया था।

सत्याल के कार्यभार ग्रहण करने के बाद से कर्मकार बोर्ड लगातार विवादों में ही रहा है। कई बार विवादों के चलते सरकार भी असहज हुई, इस दौरान सत्याल और हरक के बीच काफी जुबानी जंग भी हुई थी।

इन सब विवादों के चलते श्रम मंत्री हरक सिंह रावत और अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही थी। जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी फैसला नहीं ले पाए थे।

पर आखिरकार, धामी सरकार ने बोर्ड से सत्याल को हटाने का निर्णय लिया। माना जा रहा है कि हरक सिंह रावत की दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद ही शमशेर सिंह सत्याल को लेकर यह फैसला लिया गया है।